जयपुर। राजस्थान विधिक सेवा प्राधिकरण की ओर से पिछले साल के समान ही इस वर्ष भी बाल विवाह प्रथा के खिलाफ ग्रामीण क्षेत्र में जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। विधिक सेवा प्राधिकरण ने पिछले साल युनीसेफ के सहयोग से आठ मोबाइल वैन के जरिए बाल विवाह प्रथा वाले १६ जिलों में जागरुकता अभियान चलाया था। इस दौरान ग्रामीण क्षेत्र में 3476 शिविर आयोजित किए गए थे और इनमें तीन लाख 18, 490 ग्रामीणों ने भाग लिया था।हाईकोर्ट के कार्यवाहक मुख्य न्यायाधीश व विधिक सेवा प्राधिकरण के संरक्षक न्यायाधीश अजय रस्तौगी रविवार को दौसा से, न्यायाधीश गोविंद माथुर जोधपुर में,न्यायाधीश मनीष भंडारी टोंक से,न्यायाधीश महेंद्र महेश्वरी भीलवाड़ा से,न्यायाधीश पी.के.लोहरा चूरु से,न्यायाधीश वी.एस.सिराधना झालावाड़ से,न्यायाधीश जी.आर.मूलचंदानी उदयपुर में,न्यायााधीश दिनेश सोमानी करौली से अभियान का शुभारंभ करेंगे।इन जिलों में यह अभियान 24 मई तक चलेगा और शेष जिलों में 25 मई से 30  जून तक सघन अभियान चलाया जाएगा। मोबाइल वैन में प्रचार सामग्री के साथ दो-दो अधिवक्ता और दो-दो पैरा-लीगल वालंटियर भी होंगे।