नगर स्थापना दिवस पर सामने आई सुखद तस्वीर

लॉयन न्यूज,बीकानेर,9 मई। बीकानेर के स्थापना दिवस के अवसर पर बीकानेर के संस्थापक राव बीका के समय की परंपरा को पुन: जीवित करते हुए राव बीका के वंशजों ने जाट समाज की सातों बिरादरी के प्रतिनिधियों को अपने निवास पर निमंत्रण देकर मीठा खीचड़ा जीमाया । उल्लेखनीय है कि राव बीका जब अपने लिए नया राज्य बसाने जंगल प्रदेश में आये तब उनकी सबसे पहले संधि गोदारा जाटों के सरदार पाण्डु गोदारा के साथ हुई थी । इस संधि और संबंधों को स्थायी रखने के लिए राव बीका ने आदेश दिया था कि बीकानेर के आने वाले महाराजा का राजतिलक करने का अधिकार सिफऱ् पांडु गोदारा के वंशजों को होगा । साथ ही जब सन् 1488 में राव बीका ने बीकानेर की स्थापना की थी, तब बीकानेर के प्रथम कि़ले सौभाग्यदीप दुर्ग की नींव सबसे पहले करणी माता के हाथ से रखवाई गयी थी ।

 

उस दिन भी उपस्थित सभी सरदारों को मीठा खिचड़ा जीमाया गया था तब ही से राव बीका के वंशज बीकानेर स्थापना दिवस ( आखा बीज ) के दिन अपने डेरे पर जाटों को बुलाकर खीचड़ा खिलाने की प्रथा प्रचलन में थी। पिछले कई वर्षों से यह प्रथा कम मानी जाने लगी एवं धीरे धीरे लुप्त सी हो गयी थी । इस प्रथा को दशकों बाद पुन: चालू करते हुए बीकानेर के राजवी परिवार के अभिमन्यु सिंह ने अपने निवास पर जाट समाज कीं सातों बिरादरी के प्रतिनिधि सहित बीकानेर जाट महासभा के अध्यक्ष एवं पदाधिकारियों को मीठा खीचड़ा जीमने हेतु निमंत्रित किया । इस अवसर पर राजपूत समाज के प्रमुख सरदार एवं बीकानेर राजपूत सभा के अध्यक्ष एवं पदाधिकारी भी उपस्थित रहे ।

 

इस प्रथम कार्यक्रम की सफलता से हम प्रेरित हैं की इस प्रथा को अब प्रतिवर्ष और अधिक मान सम्मान के साथ मनायेंगे एवं जातियों को साथ लाने की बीकानेर की इस अनूठी प्रथा को आगे बढ़ाते रहेंगे । कार्यक्रम में श्री वल्लभाचार्य पंचम पीठ के युवराज एवं राज रतन बिहारी जी व दाऊ जी मंदिर के गादीपति गोस्वामी विठ्ठलनाथ जी, शिव बाड़ी मठ के गादीपति महंत स्वामी विमर्शानंद जी एवं सागर आश्रम के गादीपति श्री रामेश्वरमंद महाराज का सानिध्य प्राप्त हुआ ।