नई दिल्ली। भारतीय जासूस होने के आरोप में गिरफ्तार कुलभूषण जाधव के बारे में पाकिस्तान के दावे को एक महिला बलूच नेता ने झूठा करार दिया है। उनका कहना है कि पाकिस्तान के अशांत पश्चिमी प्रांत बलूचिस्तान में कोई भारतीय सक्रिय नहीं है।

बलूचिस्तान में अधिकारों के लिए संघर्ष करने वाली जानी-मानी कार्यकर्ता नाएला कादरी ने बताया, “पाकिस्तान के ये सभी दावे झूठे हैं। वे झूठ बोल रहे हैं। पाकिस्तान इस तरह के झूठ बोलकर बलूचिस्तान के स्वतंत्रता आंदोलन की वैधता पर प्रश्नचिन्ह लगाना और भारत को कठघरे में खड़ा करना चाहता है।”

कादरी का कहना है, “क्षेत्र में उनके स्वतंत्रता सेनानियों को भारत से कोई मदद नहीं मिल रही है। वहां कोई भारतीय शामिल नहीं है। हमने उन्हें नहीं देखा।”

भारतीय नौसेना के पूर्व अधिकारी जाधव को पिछले महीने बलूचिस्तान में गिरफ्तार किया गया था। पाकिस्तान का आरोप है कि वह अभी भी भारतीय नौसेना में कार्यरत है और उसने क्षेत्र में विध्वंसक गतिविधियों को अंजाम देने के उद्देश्य से जाली ईरानी पासपोर्ट पर प्रवेश किया।

बता दें कि बलूचिस्तान इस्लामाबाद के शासन से आजादी की मांग कर रहा है। भारत में पाकिस्तान के राजदूत अब्दुल बासित ने पिछले हफ्ते दावा किया था कि जाधव की कथित स्वीकारोक्ति को एक वीडियो में रिकॉर्ड किया गया है।

इससे इस बात की पुष्टि होती है जो पाकिस्तान लगातार कहता रहा है कि भारत उनके देश में अशांति फैला रहा है और उसे अस्थिर कर रहा है।