नगर स्थापना दिवस से जुड़ी खबरें

आकाशां में उड़े म्हारो चंदो लखमीनाथ म्हारी सहाय करें
लॉयन न्यूज,बीकानेर, 7 मई। नगर के 537वें स्थापना दिवस जिला प्रशासन, नगर विकास न्यास, राजस्थान संगीत नाटक अकादमी जोधपुर तथा श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति के संयुक्त तत्वावधान में मंगलवार को लक्ष्मीनाथ मंदिर के सामने स्थित गणेश मंदिर में चंदा उत्सव का आयोजन किया गया। कार्यक्रम के अतिथि महानिरीक्षक पुलिस ओम प्रकाश, जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि, अतिरिक्त जिला कलेक्टर (नगर), उम्मेद सिंह रतनू, जिला उद्योग संघ के अध्यक्ष डीपी पचीसिया, मिनिएचर आर्टिस्ट महावीर स्वामी, सहायक निदेशक (सूचना एवं जनसंपर्क) हरिशंकर आचार्य, अतिरिक्त जिला शिक्षा अधिकारी सुनील बोडा सहित आमजन ने परंपरागत चंदा उड़ाकर नगर की खुशहाली की कामना की। अपनी प्राचीन परंपरा को निभाते हुए अतिथियों ने ‘आकाशां में उड़े म्हारो चंदो-लखमीनाथ म्हारी सहाय करे, सदा खुसाली रेवे शहर में-अन्न धन रो भंडार भरे’
तथा गवरा दादी पून दे- टाबरियो रो चंदो उड़े, और बोई काटा है
गीत गाकर चंदे उड़ाये।
श्री लक्ष्मीनाथ मंदिर विकास एवं पर्यावरण समिति के सचिव सीताराम कच्छावा ने बताया कि अतिथियों ने वरिष्ठ कार्यकर्ताओं अशोक व्यास तथा भंवरलाल टाक, चंदा कलाकारों बृजेश्वर व्यास, अनिल बोड़ा, कृष्ण चंद्र पुरोहित, गणेश व्यास, अभिषेक बोड़ा, हरेंद्र बोड़ा, भानु प्रताप आचार्य, अभिषेक पुरोहित, चंद्रमोहन हर्ष, मोहित पुरोहित, आदित्य पुरोहित, राम भादाणी, कमल किशोर जोशी, रवि उपाध्याय, लोकेश व्यास, भंवर लाल व्यास, शंकर लाल व्यास, पेंटर धर्मा, मुकेश जोशी, निर्मल सुथार को स्मृति चिन्ह देकर सम्मानित किया। महानिरीक्षक पुलिस ओम प्रकाश ने कहा कि बीकानेर की संस्कृति और यहां की परंपरा अपने आप में मिसाल है। यहां के चंदा कलाकारों ने अपनी कला के माध्यम से इस संस्कृति को जीवित रखने का प्रयास किया है।जिला कलेक्टर नम्रता वृष्णि ने नगर के 537 में स्थापना दिवस की हार्दिक शुभकामनाएं दी। उन्होंने कहा कि ऐसे आयोजन अपने आप में अलहदा हैं।
इस दौरान श्रीरतन तंबोली, अशोक सोनी, शिव चंद तिवाड़ी, शिव प्रकाश सोनी, निर्मल आचार्य, विनोद महात्मा, हरि प्रकाश सोनी, श्रीराम शर्मा, शशि दरगड़, अनिल सोनी, एस.एन. आचार्य, शिव शंकर कुशवाहा, हेमन्त शर्मा, रुपाली जसमतिया, मुकेश जोशी घनश्याम महात्मा मौजूद रहे।

 


बारहगुवाड़ में वर्षों बाद गूंजी कविताओं की सुमधुर लहरियां, श्रोताओं ने जमकर उठाया लुत्फ
लॉयन न्यूज,बीकानेर, 7 मई। बारहगुवाड़ चौक में दशकों बाद मंगलवार को हास्य और वीर रस की स्वर लहरियां गूंजी। शहर के अनेक कवियों ने अपनी कविताओं से वाहवाही लूटी। श्रोताओं से खचाखच भरे चौक में युवाओं और नई पीढ़ी के लिए यह अवसर यादगार साबित हुआ। अवसर था बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास की पहल पर पहली बार आयोजित चार दिवसीय नगर स्थापना दिवस के दूसरे दिन बारहगुवाड़ में आयोजित विराट कवि सम्मेलन का। इस दौरान शहरी क्षेत्र के अनेक कवियों ने अपनी रचनाएं प्रस्तुत की।
बाबू लाल छंगाणी (बमचकरी) ने ‘धोरा री धरती में गूंजे बीके जी रा डंका रे। अठे सारा रळ-मिळ रेवे झगड़ा न दंगा रे…..’ के साथ श्रोताओं की वाहवाही लूटी। डॉ. कृष्णा आचार्य ने ‘तंबूरा साची साची बोल, आम जूण री कांई मोल, जिंदगाणी उण रो लेखो खोल’ और ‘अबे बा बात कठे, पैली वाली बात कठे, मिनख मांहि मिनख कठे, तारा री बा रात कठे’ पेश की। मनीषा आर्य सोनी ने ‘एकर चाल रे बादिला नगर बीकाणे खानी चाल’, लीलाधर सोनी ने ‘भारत देश प्राणा सूं प्यारो है, बीकाणो सिरमौर आंख रो तारो है’, गोपाल पुरोहित ने ‘एक खत निकला है आज, दराज से बाहर’, आनंद पुरोहित मस्ताना ने ‘ओ भाईला करे क्यों तू देर, इण बार आजा बीकानेर’, संजय आचार्य वरुण ने ‘कंवारा रे मुंडे में झाग हुवे’ पेश की। इसी श्रंखला में राजेंद्र स्वर्णकार ने ओज की रचना ‘है अब जरूरी, देश का हर राम जागे और लड़े’ तथा ‘मुरधर दिवला जगमग जगया सूरज नैं शरमावणा, आओनी आलीजा’ तथा लीलाधर सोनी ने ‘ भारत म्हारो देस प्राणा सूं प्यारो है, बिकानो सिरमौर आंख रो तारो है’ की प्रस्तुति दी। बृजेश्वर व्यास ने ‘ बीकाणे ने मुलक सरावे, दूर दूर सूं देखण आवे’ पेश किया।

इस दौरान बीकानेर (पश्चिम) विधायक जेठानंद व्यास ने कहा कि एक दौर था, जब बीकानेर के कवियों को सुनने लोग रात-रात भर बैठे रहते। धीरे-धीरे हम इन मंचीय कविताओं से दूर होते रहे। उन्होंने कहा कि उनका प्रयास रहेगा कि प्रति वर्ष कवि सम्मेलन आयोजित किया जाए। इसमें स्थानीय रचनाकारों को ही मौका दिया जाएगा।
इस दौरान पंडित जुगल किशोर ओझा पुजारी बाबा, जेपी व्यास, पूर्व पार्षद शिव कुमार रंगा, पार्षद किशोर आचार्य, मक्खन छंगाणी, भूत महाराज, जेठमल ओझा, ऋषि राज रंगा, दिनेश सांखला, पूर्व पार्षद गिरिराज जोशी, अनिल आचार्य, दमन कुमार छंगाणी, राधा किशन पुरोहित, ईश्वर महाराज छंगाणी, किशन ओझा घंटी, भगवान दास ओझा, रामनाथ छंगाणी, नवरतन श्रीमाली और ललित छंगाणी मौजूद रहे।


खेलों में समृद्ध शाली इतिहास रहा है इस शहर का- एस. एल. हर्ष
लॉयन न्यूज,बीकानेर,7 मई। बीकानेर नगर के 537वें स्थापना दिवस के अवसर पर राव बीकाजी संस्थान और जिला प्रशासन द्वारा आयोजित कार्यक्रमों के अंतर्गत आज नरेंद्र सिंह ऑडोटोरियम में बीकानेर का खेल परिदृश्य अतीत से वर्तमान तक विषय पर खेल संगोष्ठी का आयोजन किया गया। राव बीकाजी संस्थान के अध्यक्ष डॉ. गिरिजा शंकर शर्मा बताया कि संगोष्ठी के अध्यक्ष एस. एल. हर्ष ने अपने उद्धबोधन में कहा कि बीकानेर का खेलों में समृद्धशाली इतिहास रहा है। महाराज डॉ करणी सिंह व उनकी सुपुत्री राज्यश्री कुमारी के साथ कर्नल राज्यवर्धन सिंह ने अपने सटीक निशानों से व मगन सिंह राजवी ने फुटबॉल में अपने पैरों का जादू चलाते हुए विश्व स्तर पर इस शहर ही नहीं देश का नाम रोशन किया है वो हमारे लिए गर्व की बात है।

 

संगोष्ठी के मुख्य अतिथि की साइकिलिंग कोच ललित छंगाणी ने अपनी बात रखते हुए कहा कि फुटबॉल हो या निशानेबाजी, शतरंज हो या साइकलिंग, वॉलीबाल हो या बास्केटबॉल, हॉकी, कुश्ती, पहलवानी, तीरंदाजी, बैडमिंटन, टेबल टेनिस सभी में यहां की खिलाडिय़ों ने राष्ट्रीय ही नहीं अंतरराष्ट्रीय स्तर पर मरु शहर के नाम का डंका अपने खेल कौशल से बजाया है और अभी भी नई युवा पीढ़ी भी इसी सिलसिले को आगे बढ़ा रही है। विशिष्ठ अतिथि जिम्नास्टिक खिलाड़ी, भारतीय जिम्नास्टिक संघ के कोषाध्यक्ष सुधीश शर्मा ने बीकानेर के खेल परिदृश्य पर बात रखते हुए कहा कि आज इस शहर के युवा खिलाड़ी विभिन्न खेलों में राष्ट्रीय व अंतरराष्ट्रीय स्तर पर आगे बढ़ रहे हैं वो इस शहर के खेलों को और नई ऊंचाइयों पर ले जाएगा। संगोष्ठी के प्रभारी आत्माराम भाटी के अनुसार संगोष्ठी में भरत पुरोहित ने बीकानेर में आजादी पूर्व से लेकर अभी तक कि फुटबॉल उपलब्धियों पर। रामनाथ आचार्य ने साइकिलिंग, अनिल बोड़ा ने शतरंज, गिरिराज जोशी ने तैराकी, योगेंद्र खत्री ने स्केटिंग, हेमंत मोदी ने बास्केटबॉल, हितेंद्र मारू ने नेटबॉल, हेमंत मोदी ने बैडमिंटन, विजय ठोलिया, माणक व्यास ने शारिरिक शिक्षा व मनीष जोशी ने राष्ट्रीय स्तर पर मिली उपलब्धियों से सभी को रूबरू करवाया।

 

इस संगोष्ठी में संस्था के संजय पुरोहित ने मंच संचालन की शुरुआत करते हुए अतिथियों का शब्दों द्वारा व सह प्रभारी मोहम्मदमफारूख,कोषाध्यक्ष रामलाल सोलंकी, कमल रंगा, राजेन्द्र जोशी, अभिषेक आचार्य, अज़ीज़ भुट्टा, इरशाद अज़ीज़ ने अतिथियों व संगोष्ठी के सभी वक्ताओं का माला पहनाकर स्वागत किया। संगोष्ठी के सह प्रभारी मोहम्मद फारूख के अनुसार संगोष्ठी में अजय जोशी, राजाराम स्वर्णकार, जुगल व्यास, बसन्त आचार्य, दिलीप जोशी, गंगाविशन, जुगल पुरोहित आदि उपस्थित थे। संगोष्ठी के अंत में संस्था के कोषाध्यक्ष रामलाल सोलंकी ने संगोष्ठी में भाग लेने वाले सभी लोगों का आभार प्रकट किया।