सना.आईएसआईएस ने भारतीय पादरी टॉम उजहूनालिल की गुड फ्राइडे के दिन हत्या कर दी है। यूएस के एक न्यूजपेपर के हवाले से यह जानकारी है। हालांकि, पादरी की फैमिली और इंडियन गवर्नमेंट की ओर से इस खबर को कन्फर्म नहीं किया गया है। टॉम एक कैथोलिक फादर थे। वह यमन में मदर टेरेसा मिशनरीज के चैरिटी के लिए काम करते थे। 4 मार्च को यमन के एक ओल्ड एज होम से उन्हें किडनैप किया गया था।
– वॉशिंगटन टाइम्स के मुताबिक, पादरी को सूली पर लटकाया गया।
– रिपोर्ट के मुताबिक, विएना में ईस्टर मास के दौरान कार्डिनल क्रिस्टोफ शॉनबॉर्न ने इसे कन्फर्म किया था।
– इससे पहले साउथ अफ्रीका स्थित एक रिलीजियस ऑर्गेनाइजेशन ने अपने फेसबुक पेज पर गुड फ्राइडे (25 मार्च) के दिन भारतीय पादरी को सूली पर लटकाए जाने को लेकर जानकारी दी थी।
– पोस्ट में लिखा था, ‘मिशनरीज ऑफ चैरिटी के ओल्ड एज होम से जिस फादर को किडनैप किया गया था, उन्हें भयंकर यातनाएं दी जा रही हैं।’
– यह भी लिखा था, “उन्हें गुड फ्राइडे के दिन सूली पर चढ़ा दिया जाएगा।” पोस्ट में पादरी के लिए प्रेयर करने की भी अपील की गई थी।
बेंगलुरु के चर्च को जानकारी नहीं
– बेंगलुरु के सेलेसियन सिस्टर्स ऑफ डॉन बॉस्को से टॉम जुड़े रहे हैं। लेकिन इस ऑर्गनाइजेशन का कहना है कि उन्हें टॉम के बारे में कोई जानकारी नहीं है।
– खास बात यह है कि यमन के जिस हमले में 16 लोग मारे गए थे और टॉम को किडनैप किया गया था, उसकी जिम्मेदारी किसी ने नहीं ली थी।
– माना जाता है कि अल कायदा का मजबूत गढ़ होते हुए भी यहां आईएसआईएस काफी एक्टिव है।
– घटना के बारे में उसी ओल्ड एज होम की एक नन ने जानकारी दी थी। उसने बताया था कि हमलावर पांच इथोपियाई थे।
– इस नन ने बताया था कि टॉम को हमलावर एक कार में डालकर ले गए थे।