पढिय़े असंभव ईलाज को संभव कैसे बनाया बीकानेर के डॉक्टर ने

लॉइन न्यूज, बीकानेर। बीकोनर के एक अस्पताल ने चिकित्सा के क्षेत्र में बड़ी उपलब्धि हासिल की है। इस अस्पताल ने एक ऐसे युवक का ईलाज कर दिया है जिसे हर कहीं से निराशा हाथ लगी। मुंह किसी भी इंसान के लिए आमतौर पर सबसे महत्वपूर्ण अंग माना जाता है। एक युवक ने एक सड़क दुर्घटना में अपने सबसे कीमती अंग अपने मुंह का एक हिस्सा खो दिया।

जानकारी के अनुसार कुछ समय पहले ओमप्रकाश बारूपाल मोटरसाईकिल से गिर गया था, इस हादसे में उसके होंठ व ठोढ़ी पर गंभीर चोटे आई। यहां तक कि इस युवक के इस अंग का मांस ही घटनास्थल पर कहीं खो गया। ओमप्रकाश को सरकारी अस्पताल से लेकर सभी निजी अस्पतालों में दिखाय गया। मगर सबने हाथ खड़े कर दिए। सभी जगहों से जयपुर अथवा दिल्ली दिखाने की बात कही गयी।

अंंत में ओमप्रकाश पहुंंचे बीकानेर के फोर्टीस डी टी एम अस्पताल, जहां वरिष्ठ शल्य चिकित्सक डॉ. तनवीर मालावत को दिखाया गया। मालावत ने ओमप्रकाश की इस विकृति को दूर करने का आश्वासन दिया।
इसके बाद मालावत ने वब्स्टर बरनाल्ड तकनीक से ओमप्रकाश के खोए हुए होंठ व ठोढ़ी की चमड़ी की पूर्ति कर होठ का पुर्ननिर्माण कर दिया।

मालावत ने बताया कि यह तकनीक जटिल है और अस्सी प्रतिशत से ज्यादा क्षति के लिए काम में ली जाती है।
उनका ऐसा अनुमान है कि बीकानेर में यह तकनीक पहली बार काम में ली गई है।
बता दें कि मरीज के उपचार के पश्चात पांचवे दिन मरीज के परिजन खुश हैं।