लाहौर.पाकिस्तानी जेल में दो दिन पहले भारतीय कैदी कृपाल सिंह की मौत पर भारत ने पाकिस्तान गवर्नमेंट से जवाब मांगा है। फॉरेन मिनिस्ट्री ने कृपाल की मौत की वजह की ऑफिशियल इन्फॉर्मेशन मांगने के साथ ही पाक से पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट भी देने को कहा है। मिनिस्ट्री ने पाक में अपने राजदूत को इस मामले को हाइएस्ट पॉसिबल लेवल पर देखने का ऑर्डर दिया है। बता दें कि सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर ने कृपाल की मौत को मर्डर बताया है। पाक ने हार्ट अटैक बताई है वजह…
– फॉरेन मिनिस्ट्री के स्पोक्सपर्सन विकास स्वरूप ने बुधवार को बताया, इस्लामाबाद में एक्टिंग हाई कमिश्नर को कृपाल के मामले को सीरियस लेवल पर देखने को कहा गया है।
– साथ ही कृपाल सिंह की डेड बॉडी जल्द से जल्द भारत भेजवाने का अरेंजमेंट करने को भी कहा गया है।
– कृपाल की फैमिली और सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर इस मामले में सुषमा स्वराज से मुलाकात करेंगी।
– बता दें कि 23 साल से पाक में कैद कृपाल की सोमवार को मौत हो गई थी।
– वह लाहौर की कोट लखपत जेल में बंद था।
– जेल अफसरों के मुताबिक, कृपाल की मौत सोमवार सुबह जेल के हॉस्पिटल में हुई।
– पाकिस्तान ने मौत का कारण हार्ट अटैक बताया है।
1993 में मिली थी मौत की सजा
 – 55 साल के कृपाल को पाक सिक्युरिटी एजेंसी ने 1991 में अरेस्ट किया था।
– उस पर जासूसी और 1990 में फैसलाबाद रेलवे स्टेशन पर ब्लास्ट करने के आरोप थे।
– कृपाल को मर्डर और सरकारी प्रॉपर्टी डिस्ट्रॉय करने का दोषी माना गया था।
– 1993 में एंटी टेररिस्ट कोर्ट ने उसे मौत की सजा सुनाई थी।
– इसके बाद से वह कोट लखपत जेल में अपनी सजा का इंतजार कर रहा था।
– ये वही जेल है, जहां सरबजीत सिंह बंद था।
 सरबजीत सिंह की बहन ने क्या कहा?
 – सरबजीत सिंह की बहन दलबीर कौर का कहना है, “कृपाल सिंह की हत्या हुई है। उसके साथ भी वैसा ही हुआ है, जैसा सरबजीत के साथ हुआ था।”
– उन्होंने भारत सरकार से हाईलेवल इनक्वाॅयरी करने और मामले में एक कमेटी बनाकर पाकिस्तान भेजने की मांग की है।
– कृपाल के भाई ने भारत सरकार ने उसकी डेड बॉडी दिलवाने की मांग की है।
 – बता दें कि 2013 में सरबजीत को कोट लखपत जेल में कैदियों ने बुरी तरह पीटा था। जिससे उसकी मौत हो गई थी।
 लेटर में लिखा था पाक जेल का बुरा हाल
 – इसी साल कृपाल सिंह की ओर से उसकी फैमिली को दो लेटर्स मिले थे। ये उर्दू में लिखे गए थे।
– इनमें उसने पाकिस्तानी जेल का बुरा हाल और बाकी कैदियों का जिक्र किया था।