लॉयन न्यूज, नेटवर्क। भक्ति व शक्ति आराधना के महापर्व नवरात्र का आरंभ 22 मार्च को हो रहा है। नवरात्र में घट स्थापना व प्रतिदिन पूजन के मुहूर्त के बारे में बता रहे हैं ज्योतिषी पं. मनोज व्यास।चैत्र शुक्ल पक्ष १ बुधवार तारीख 22 मार्च 2023 ई. दिवा 6:43 से 9:47 तक लाभ-अमृतवेला दिवा 11:15 से 12:00 तक शुभ-वेला में पूजन एवं घटस्थापना करना श्रेष्ठ रहेगा । इस बार चैत्र नवरात्रि की शुरुआत शुभ संयोग में हो रही है। ग्रहों का ये विशेष योग 19 मार्च से बनेगा। इस दिन 5 ग्रह एक साथ मीन राशि में संयोग बनाकर गोचर कर रहे होंगे। चैत्र नवरात्रि के दिन कई शुभ योग भी रहेंगे जैसे, गजकेसरी योग, बुधादित्य योग, हंस योग, शश योग, धर्मात्मा और राज लक्षण योग इस दिन रहेंगे। ऐसे शुभ संयोगों के कारण चैत्र नवरात्रि भक्तों के लिए विशेष फलदायी रहने वाली है।

चैत्र नवरात्रि 2023 तिथियां

पहला दिन – 22 मार्च 2023
मां शैलपुत्री पूजा
दूसरा दिन – 23 मार्च 2023
मां ब्रह्मचारिणी पूजा
तीसरा दिन – 24 मार्च 2023
मां चंद्रघण्टा पूजा
चौथा दिन – 25 मार्च 2023
मां कुष्माण्डा पूजा
पांचवां दिन – 26 मार्च 2023
मां स्कंदमाता पूजा
छठा दिन – 27 मार्च 2023
मां कात्यायनी पूजा
सांतवां दिन – 28 मार्च 2023
मां कालरात्रि पूजा
आठवां दिन – 29 मार्च 2023
मां महागौरी पूजा
नौवां दिन – 30 मार्च 2023
मां सिद्धिदात्री पूजा, राम नवमी

इस बार चैत्र नवरात्रि पर मां दुर्गा नाव पर सवार होकर आ रही हैं. ज्योतिषों के मुताबिक इस साल माता रानी का आना और जाना दोनों ही शुभ स्थिति में होने जा रहा है.नौका पर माता इस बात का संकेत लेकर आती हैं कि सर्व काम में सिद्धि प्राप्त होगी और बाधा नहीं सताएगी. यानी कि इस बार मां के भक्तों के सभी काम बनेंगे. जहां मां का आगमन बुधवार के दिन है तो वहीं मां का प्रस्थान गुरुवार के दिन है. बुधवार के दिन नौका पर आती माता बुद्धि, विवेक, चातुर्य और मानसिक बल को दर्शाएंगी.
गुरुवार को मां दुर्गा मनुष्य की सवारी से जाती हैं. इसका अर्थ है कि सुख-शांति बनी रहेगी.