मुंंबई। बालिका वधू में आनंदी के कैरेक्टर से देश के घर-घर में छा जाने वाली अभिनेत्री प्रत्युषा बनर्जी की मौत के दस दिन बाद भी कोई ठोस वजह सामने नहीं आई कि प्रत्युषा ने खुदकुशी की या फिर उसका मर्डर हुआ। हां, एक के बाद एक खुलासे जरूर हो रहे हैं। जैसे-जैसे राज खुल रहे हैं, साथ ही कथित बॉयफ्रैंड राहुल राज की मुश्किलें भी बढ़ती जा रही हैं। लेकिन कुछ खुलासे ऐसे भी हो रहे हैं, जो चौंकाते हैं। मसलन, घटना के दिन यदि प्रत्युषा की अपने पापा से बात अधूरी नहीं रहती, तो शायद आज प्रत्युषा हम सबके बीच होती।
गौरतलब है कि प्रत्युषा के पिता ने एक बयान में बताया कि उस दिन प्रत्युषा का फोन आया था। वह बहुत घबराई हुई थी। उसकी आवाज से ऐसा लग रहा था, जैसे उसकी तबीयत खराब है। उसने दबी जुबान कहा- पापा मैं बहुत परेशान हूं…कुछ समझ नहीं आ रहा क्या करूं। मैं आप लोगों को परेशान नहीं करना चाहती थी, लेकिन लगा कि आपसे दिल की बात शेयर करूंगी, तो मन हल्का हो जाएगा। फिर वह रुक गई…। मैंने कहा, बुंटी (घर में और आस-पड़ोस के लोग प्रत्युषा को प्यार सेबुंटीबलाते थे) बोलो क्या बात है? वह कुछ और बोलती कि डोर वेल की आवाज आई… उसने कहा, पापा कोई आया है, मैं आपसे फिर बाद में बात करूंगी।
फिर उसकाफोन नहीं आया…खबर आई तो उसकी मौत की। उससे जितनी भी बात हुई… उसने जो भी बताया… उसके आधार पर कह सकता हूं कि वो किसी बड़ी परेशानी में थी, लेकिन हम लोगों ने कभी सपने में भी नहीं सोचा था कि वह सुसाइड कर लेगी। काश! उसे लेकर बचपन में की गई भविष्यवाणी को आभास होता, तो मैं शायद उसे बचा लेता…। ज्योतिष को लेकर मैं कोई अंधविश्वास नहीं फैलाना चाहता, लेकिन वो वाकया जरूर शेयर करना चाहता हूं, जो बुंटी के बचपन में उसकी कुंडली को देखकर भविष्यवाणी की गई थी।
परिवार का नाम रोशन करेंगी, लेकिन…
बता दें कि प्रत्युषा के असामयिक मौत की भविष्यवाणी करने वाला कोई और नहीं, बल्कि उन्हीं के परिवार का सदस्य है। वह हैं प्रत्युषा के दादाजी। जी हां, प्रत्युषा के जन्म के बाद जब उनके दादाजी ने कुंडली बनाई, तो वह कुंडली देखकर दंग रह गए। उन्होंने उस वक्त अच्छी बात तो बता दी कि यह लड़की एक दिन माता-पिता, परिवार और अपने शहर का नाम रोशन करेगी, लेकिन जो चिंता वाली बात थी, उसे उन्होंने गहन अध्ययन करने के बाद बताई। गौरतलब है कि प्रत्युषा के दादाजी जमशेदपुर के जाने-माने ज्योतिषी हैं और उन्होंने अपनी पोती के बारे में जो भविष्यवाणी की थी, वह सच निकली…। उन्होंने कहा था कि प्रत्युषा को बहुत प्रसिद्धि मिलेगी, वह मिली। उन्होंने कहा था कि इसकी कुंडली में असामयिक मौत के योग हैं…आज पूरा बनर्जी परिवार गमगीन है…बुंटी के दादाजी यही कह रहे हैं, काश! मेरी ये बात झूठ निकलती। आस- पड़ोस वाले दिलासा दे रहे हैं…खुद को मत कोसो…होनी को कोई नहीं टाल सकता…जो लिखा होता है, वही होता..।
प्रत्युषा के पिता शंकर बनर्जी ने बताया कि बेटी के नेम-फेम के आगे पिताजी की वो बात कभी जेहन में आई ही नहीं। शायद ऐसी बातें कुछ समय तक याद रहती हैं, लेकिन वक्त गुजरने के साथ ही वो जेहन से गायब हो जाती हैं। लेकिन एक पिता का मन भविष्यवाणी जैसी बातों का नहीं मानता, क्योंकि उसे दर्द है अपनी बेटी के खोने का…पिता के सामने तो बस एक ही तस्वीर बार-बार उभरकर सामने आती और वह उसका कातिल…वो पूरी तरह से मानते हैं कि प्रत्युषा की मौत के पीछे राहुल राज सिंह का हाथ है। उल्लेखनीय है कि इस मामले में प्रत्यूषा की मौत के ठीक बाद से शक की सुइयां राहुल पर ही अटक रही हैं। हालांकि इस संबंध में आधिकारिक तौर पर कोई ठोस जानकारी सामने नहीं आई है। जांच-पड़ताल जारी है…सबको सच का बेसब्री से इंतजार है।