लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। आबकारी विभाग की ओर से शराब की दुकान के ठेके की प्रक्रिया को सरल करने के पीछे सरकार की ओर से बदली गई आबकारी नीति शराब बंदी के विरुद्ध सरकार की चल रही मुहिम के दावों की हकीकत की पोल खोल दी है। प्रदेश में शराब की बिक्री बढ़ाने के लिए आबकारी नीति में बड़ा बदलाव किया गया है। जानकारी में रहे कि इस बार टेण्डर प्रक्रिया में शराब ठेके के लिए अधिक आवेदकों को रिझाने का फंडा आजमाया गया है, जिसका लाभ एक से अधिक दुकानों के लिए आवेदन करने वाले आवेदकों को मिल सकेगा।

जानकारों की माने तो गत सालों की अपेक्षा इस बार एक से अधिक गांवों में शराब का ठेका लेने के लिए आवेदन करने वालों को जिले की सबसे बड़ी शराब की दुकान के राजस्व की एक प्रतिशत अमानत राशि जमा करवाकर एक से अधिक दुकानों के लिए आवेदन कर सकेंगे और लॉटरी में दुकान नहीं खुलने की स्थिति में अमानत राशि लौटा दी जाएगी। लॉटरी खुलने पर अनुज्ञापत्र फीस में इस राशि को समयोजित कर दिया जाएगा।

आवेदनों से ही हो जायेगी करोड़ों की आय
श्रीगंगानगर जिले मेें अंग्रेजी और देसी शराब की 409 दुकानें हैं, जिनके लिए ऑनलाइन आवेदन का काम शुरू हो चुका है। पिछले वर्ष इन दुकानों के लिए लगभग 18 हजार व्यक्तियों ने आवेदन किया था। गत वर्ष श्रीगंगानगर शहर में शराब की दुकान के लिए 20 हजार और जिले के नगरपालिका क्षेत्र में 15 हजार रुपये प्रति दुकान आवेदन शुल्क था। इन आवेदनों से ही विभाग को करीब 30 करोड़ की आय हो गई थी, जो कि रिफंडेबल नहीं थी। इस बार भी करोड़ों की आय होने की सम्भावना है, जबकि सरकार ने नई नीति के तहत आवेदन शुल्क भी बढ़ा दिया है।

श्रीगंगानगर शहर में अंग्रेजी शराब व बीयर रिटेल शॉप के लिए 22 हजार का शुल्क रखा गया है। नगरपालिका क्षेत्र में भी अंग्रेजी शराब व बीयर शॉप का आवेदन शुल्क 22 हजार रुपये ही लिया जायेगा। अलबत्ता नगरपालिका क्षेत्र में देसी शराब की दुकान का शुल्क 15 से 16 हजार रुपये किया गया है। जिले में देसी शराब की 368 और अंग्रेजी शराब की 41 दुकानों के लिए ऑनलाइन आवेदन 14 मार्च को रात 12 बजे तक भरे जायेंगे।

बढ़ाया आवेदन शुल्क
आबकारी विभाग ने इस बार शराब के ठेके लिए आवेदन शुल्क में बढ़ोतरी की है। गत साल की अपेक्षा इस साल एक दूकान के लिए आवेदन शुल्क में दो हजार रुपए की बढ़ोतरी की गई है। इस साल शहर मे दुकान लेने के लिए आवेदन को 22 हजार रुपए निर्धारित किया गया है, वहीं ग्रामीण क्षेत्र में दस लाख से अधिक राजस्व देने वाले गांव में 21 हजार व इससे कम राजस्व वाली दुकानों के आवेदन पर 16 हजार रुपए आवेदन शुल्क निर्धारित किया गया है। आवेदन शुल्क लॉटरी नहीं खुलने पर भी वापिस नहीं लौटाई जाएगी।

दो साल के लिए होगी टेंडर प्रक्रिया
शराब के नए ठेके देने की प्रक्रिया शुरू हो गई है। इस बार टेंडर प्रक्रिया दो साल तक के लिये निर्धारित की गई। इस प्रक्रिया में अधिकतम आवेदक आए इस सबंध में इस व्यवसाय से जुड़े लोगों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। आवेदन 14 मार्च तक ऑनलाइन किए जा सकते है। 20 मार्च को लॉटरी निकाले जाने की सम्भावना है। शराब ठेके की आवेदन प्रक्रिया में हर कोई भाग ले सके इसके लिए इसे सरल किया गया है।

कल से लग जायेंगे काउंटर
जिला आबकारी विभाग से हासिल जानकारी के मुताबिक जो लोग ऑनलाइन आवेदन कर रहे हैं, उनसे आवेदन शुल्क का डिमांड ड्राफ्ट या बैंक चालान, आईडी प्रूफ, आवेदन की कॉपी जमा करवाने के लिए दो मार्च से जिला आबकारी अधिकारी कार्यालय में काउंटर लगा दिये जायेंगे। जिले में सात आबकारी सर्किल हैं। सभी सर्किल के अलग-अलग काउंटर होंगे। प्रत्येक काउंटर पर दो कर्मचारियों की ड्यूटी लगेगी।