भाजपा की सक्रियता के आगे फिसड्डी रही कांग्रेस

लॉयन न्यूज नेटवर्क। देश में आम चुनावों का दौर जारी है। मतदान के तीन चरणों के बाद भी तस्वीर अभी तक साफ नहीं हो पाई है कि भाजपा का अतिआत्मविश्वास कैसे सही साबित होगा या फिर उदासीन कांग्रेस कितना गेन कर पाएगी। हालांकि, आंकड़ों की बात करें तो इस चुनावों में भाजपा ने जिस तरह की सक्रियता दिखाई है, उस की तुलना में कांग्रेस एक-चौथाई भी सक्रिय रह नहीं पाई है। सौ से अधिक रैलियां अकेले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी कर चुके हैं तो दूसरी ओर राहुल गांधी की सक्रियता काफी कम रही है। जबकि यह साफ है कि आम चुनाव मोटे तौर पर नरेंद्र मोदी वर्सेज राहुल गांधी के नाम पर ही लड़ा जा रहा है।

आम चुनाव की लड़ाई एक तरह से दो चेहरों पर ही केंद्रित है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और कांग्रेस नेता राहुल गांधी। चुनाव की शुरुआत भी इसी विमर्श के साथ हुई थी कि पीएम मोदी लगातार तीसरी बार सरकार बनाएंगे या विपक्षी गठबंधन कुछ कमाल दिखाएगा। जीत को लेकर भाजपा या एनडीए खेमे के अपने अनुमान थे और विपक्ष के अपने। सभी की नजरें इन्हीं दोनों पर टिकी हैं। जीत के लिए दोनों खूब मशक्कत कर रहे हैं, मगर देखना दिलचस्प होगा कि कौन कितनी रैलियां कर रहा है। चुनाव की घोषणा के बाद से आठ मई तक पीएम मोदी 103 रैलियां कर चुके हैं। इनमें से मार्च में नौ, अप्रैल में 68 और मई में 26 रैलियां हैं। दिनभर में औसतन तीन रैलियां करते हुए पीएम मोदी ने मार्च से अब तक क्षेत्रीय से लेकर राष्ट्रीय  व अंतराष्ट्रीय मीडिया के तमाम चैनल, पत्र-पत्रिकाओं को 24 साक्षात्कार दिए हैं।

इतना ही नहीं, इस दौरान उन्होंने 21 रोड शो भी किए हैं। इसके अलावा सैकड़ों मंदिरों और गुरुद्वारों के दर्शन किए हैं। प्रतिष्ठित लोगों और आम नागरिकों से मुलाकात की है। दूसरी तरफ राहुल गांधी चुनावों के एलान तक न्याय यात्रा कर रहे थे, जो 17 मार्च को खत्म हुई। 18 मार्च से 8 मई तक राहुल ने 39 जनसभाओं को संबोधित किया। इनमें से मार्च में एक, अप्रैल में 29 और मई में 10 शामिल हैं। दिलचस्प यह कि इनमें कई रैलियां ऐसी जगहों पर हुईं, जो कांग्रेस की रणनीति पर सवाल खड़ी करती हैं। मसलन सातवें दौर की ऐसी सीट, जहां कांग्रेस लड़ाई में भी नहीं है, वहां राहुल तीसरे चरण में प्रचार करते दिखे। इसके अलावा गठबंधन के साथियों के साथ कुछ प्रेस वार्ताएं जरूर हुई हैं, जिसकी जानकारी भी उनके आईटी सेल व सोशल मीडिया के जरिये दी जाती है। इसके अलावा उनके आईटी सेल की तरफ से उनके शतरंज कौशल के बारे में बताया जा रहा है। पर, मुख्यधारा के मीडिया को कोई साक्षात्कार नहीं दिया है।

पीएम मोदी ने 24 साक्षात्कारों में उन तमाम सवालों के जवाब दिए हैं, जिन्हें विपक्ष की तरफ से उनके खिलाफ उठाया जाता है। इनमें चुनावी बॉन्ड से लेकर एनडीए के सहयोगी जदएस के उम्मीदवार प्रज्वल रेवन्ना तक का सवाल शामिल है। पीएम ने उन आरोपों पर भी जवाब दिया है, जिसमें वे कहते हैं कि कांग्रेस मुस्लिमों को आरक्षण देगी। ईडी-सीबीआई जैसी एजेंसियों के दुरुपयोग के आरोपों पर भी जवाब दे चुके हैं। संविधान बदलने व आरक्षण खत्म करने के आरोपों के अलावा तानाशाही पर भी जवाब दे चुके हैं। वहीं, राहुल ने अब तक कोई साक्षात्कार नहीं दिया है। वे स्टूडियो में शूट व संपादित किए गए वीडियो जारी कर रहे हैं। इसके अलावा उन पर स्क्रिप्टेड प्रेस कांफ्रेंस के भी आरोप लगे हैं।