कोटा । उच्च शैक्षणिक स्तर और बेहतर स्वास्थ्य सेवाओं की बदौलत शहरवासियों की सेहत में भले ही सुधार हो रहा हो, लेकिन हमारे गांव आज भी बीमार हैं। ग्रामीण क्षेत्रों से अभी भी कुष्ठ रोग, कुपोषण और सिलिकोसिस जैसी बीमारियों के मरीज सामने आ रहे हैं। पिछले दिनों आरोग्य राजस्थान शिविर में इन बीमारियों के मरीज सामने आए।

जिले के ग्रामीण क्षेत्रों में सर्वे के बाद बीमार मिले ग्रामीणों को शिविर में बुलाया गया था, इनमें 20938 लोग सामने आए। इनमें से 1709 मरीजों को स्वास्थ्य केन्द्रों व अस्पतालों में रैफर किया गया। साथ ही भामाशाह स्वास्थ्य बीमा योजना से जोड़ा गया, ताकि उनका पूरा इलाज हो सके।

यूं सामने आया सच

ग्रामीण स्वास्थ्य के लिए शुरू किए गए आरोग्य राजस्थान कार्यक्रम में पहले डोर-टू-डोर सर्वे किया गया। इसमें बीमार लोगों की पहचान की गई। इसके बाद 20 दिसम्बर से 27 मार्च तक ग्रामीण क्षेत्रों में ब्लॉकवार शिविर लगाए गए। इन शिविरों में 20938 मरीजों का रजिस्ट्रेशन किया गया।

सर्वे पर सवाल भी

आरोग्य राजस्थान शिविर की रिपोर्ट को ग्रामीण स्वास्थ्य की पूरी हकीकत नहीं माना जा सकता, क्योंकि सर्वे के बाद भी मरीज शिविर में नहीं आए। हाल यह है कि रिपोर्ट में सिर्फ कैथून क्षेत्र में 102 चरस की लत वाले मरीज सामने आए हैं। इसके अलावा शराब की लत वाले मरीजों की संख्या मात्र 35 है। इसमें भी इटावा में 4, सुल्तानपुर में 21, कैथून में 10 है। यानी रिपोर्ट के मुताबिक सांगोद व चेचट ब्लॉक में किसी को शराब की लत नहीं है।

किस बीमारी के कितने रोगी

हाईब्लड प्रेशर 1332

एग्जीमा 1164

गठिया 1079

अस्थमा 938

एनिमिया 776

डायबिटीज 652

मोतियाबिन्द 577

श्वेत प्रदर 562

आरटीआई-एसटीआई 559

पायरिया 439

कान का बहना 413

पेट में कीड़े 325

दृष्टिदोष 269

अनियमित मासिक 252

हृदय रोग 243

बवासीर 149

असामान्य रक्तस्राव 138

धूम्रपान की लत 132

तम्बाकू की लत 129

टीबी 117

कुपोषण 106

चरस की लत 102

प्रोस्टेट का बढऩा 69

कालापानी 67

फ्लोरोसिस 67

थाइराइड संबंधित 61

हर्निया 50

लीवर की बीमारी 43

विकलांगता (पैर) 41

मानसिक विकलांगता 39

शराब की लत 35

विकलांगता-मूक-बधिर 32

मिर्गी 31

विकलांगता (हाथ) 29

कैंसर 26

पीलिया 26

रतौंधी 25

गुर्दे की बीमारी 24

पथरी 23

कुष्ठ रोग 22

विकलांगता 18

सिलिकोसिस 3

विकलांगता- अंधता 3

अन्य बीमारी 9751

योग 20938