मनोज रतन व्यास

बॉलीवुड में हर दशक-डेढ़ दशक बाद सुपरस्टार हीरोज का जनरेशन शिफ्ट होता रहा है। खान तिकड़ी के बाद टॉप लीग में आज के तीन बड़े सुपरस्टार ऋतिक रोशन, रणवीर सिंह और रणबीर कपूर है। रणबीर कपूर की हाल ही में रिलीज हुई फि़ल्म “शमशेरा” बॉक्स ऑफिस पर कोई कमाल नही दिखा पाई। रणवीर सिंह की भी “जयेश भाई जोरदार” बॉक्स ऑफिस पर औंधे मुंह जा कर गिरी। दोनों युवा सुपरस्टार्स द्वारा दो बड़ी फ्लॉप फि़ल्म देने के बाद भी दोनो यंग स्टार्स की ब्रांड वैल्यू पर कोई फर्क नही पड़ा है। रणबीर और रणवीर सिंह की डेट्स डायरी २०२४ तक फुल है। जहाँ रणबीर के पास करण जौहर की ब्रह्मास्त्र और टी सीरीज की दो बड़ी फिल्में निर्माणाधीन है वही रणवीर सिंह के पास रोहित शेट्टी की सर्कस,करण जौहर की रॉकी और रानी की प्रेम कहानी और संजय लीला भंसाली की फि़ल्म है। दोनों स्टार्स की इन घोषित फिल्मों के अलावा कई बड़े निर्देशक दोनो की डेट्स का इंतजार कर रहे है। अब सवाल उठता है दोनों युवा स्टार्स के करियर पर हाल ही में फ्लॉप हुई फिल्मों का बड़ा असर क्यों नही पड़ रहा है। अनेक कारणों की गहराई में जाने से पूर्व वेटरन एक्टर धर्मेंद्र का कथन याद आ रहा है। धरम जी ने एक मीडिया इंटरव्यू में कहा था कि एक बारी फि़ल्म इंडस्ट्री में स्टार बनने के बाद आपको सर्वाइव करने के लिए ३-४ साल में बस एक हिट फिल्म देने की जरूरत होती है।

आजादी के बाद से ही बॉलीवुड में स्टार्स की संख्या सदा इकाई में ही रही है। इकाई भी अतिरेक है शायद, बमुश्किल से ले देकर ४ या ५ बड़े स्टार्स हर कालखंड में रहे है। सभी निर्माता-निर्देशक के ब्लू आईड बॉय वही चार पांच स्टार्स रहते है। बॉलीवुड में वूमेन एम्पावरमेंट की बात बचकानी और आउट ऑफ कॉन्टेस्ट लगती है। बहुतायत में महिला प्रधान फिल्में और हीरोइन डोमिनेटेड फि़ल्म इंडस्ट्री कभी हो ही नही सकती है।

रणबीर कपूर और रणवीर सिंह दोनो फुल डिमांड में है और अगले एक दशक तक और भी रहेंगे, बस धर्मेंद्र वाले फॉर्मूले पर उनको नियमित अंतराल में सक्सेस मिलती रहे। बॉलीवुड में ब्रेक पाना और ऑडियंस का चहेता बनना ही शुरुआती दौर में ही कठिन काज है। उसके बाद तो सक्सेस के हाईवे पर सफर बहुत ही आसान है। ३१ साल के युवा आउटसाइडर कार्तिक आर्यन के करियर को ही देख लीजिए। कार्तिक जिसकी भूल भुलैया २ ने वर्ल्ड वाइड २५० करोड़ से भी ज्यादा का कलेक्शन किया है,अब कार्तिक का शेड्यूल अगले चार सालों तक बुक हो गया है। सनद रहे कोविड काल के दौरान कार्तिक की भूल भुलैया २ ही एकमात्र निर्माणाधीन फि़ल्म थी। इस प्रोजेक्ट के अलावा कार्तिक की कोई फि़ल्म फ्लोर पर नही थी। कार्तिक को करण जौहर जैसे बड़े प्रोड्यूसर ने उन पर अनप्रोफेशनल होने का आरोप लगाकर अपनी फिल्म “दोस्ताना २” से बाहर कर दिया था। ट्रेड एक्सपर्टस कार्तिक के करियर को ‘फिनिश्ड’ कह रहे थे,अब एक सुपरहिट के बाद कार्तिक फुल ऑन डिमांड में है। कभी लाखों में एक फि़ल्म करने वाले कार्तिक अब प्रति फि़ल्म २० करोड़ से ज्यादा का मेहनताना मांग रहे है। कार्तिक की अगले दो साल में ६ बड़ी फिल्में रिलीज होने वाली है। ६ में से एक भी फि़ल्म ने बॉक्स ऑफिस पर नोटों की बरखा करवा दी तो कार्तिक फिर नेक्स्ट चार साल तक अपनी टर्म्स और कंडीशन्स पर ही काम करेंगे।

रणबीर कपूर और रणवीर सिंह ने अपनी परफॉर्मेंस और बॉक्स ऑफिस कलेक्शन से अपने आप को साबित किया हुआ है, इसलिए एक दो फिल्मों के टिकट खिड़की पर फिसड्डी साबित होने से उनके करियर पर कोई नकारात्मक प्रभाव नही पड़ेगा। चार चाल का कालखण्ड बीत जाने के बाद भी अगर ऑडियंस का थम्स अप नही मिलता है तो फिर करियर पर पूर्ण विराम लगना लगभग तय हो ही जाता है, फिलहाल इस परिस्थिति में बॉलीवुड के रोमांस किंग शाहरुख खान है। ४ सालों से हिट की तलाश कर रहे किंग खान के लिए २०२३ किसी अग्निपरीक्षा से कम नहीं है। शाहरुख की अगले साल तीन बड़ी फिल्में रिलीज होनी है, एक भी २०० करोड़ के पार चली गई तो शाहरुख ६० की उम्र तक बायजू के एड में दिखते रहेंगे,फ्लॉप फिल्मों के बाद भी अब तक इसलिए दिख रहे क्योंकि चार साल में एक हिट वाली मियाद अब जाकर एक्सपायर होने वाली है।