साइड स्टोरी- रोशन बाफना
लॉयन न्यूज, बीकानेर। बीकानेर का आम आदमी ही नहीं बल्कि जनता की गुहार सुनने वाला थाना व कोर्ट भी जलदाय विभाग से परेशान है। आज की ये साइड स्टोरी जलदाय विभाग की पोल तो खोलकर रख ही देगी बल्कि जलदाय विभाग के बेलगाम होने की बात को भी साबित कर देगी। पुख्ता सूत्रों ने लॉयन को जो साइड स्टोरी बताई है उसके अनुसार पूरा कचहरी परिसर व सदर थाना पानी की किल्लत झेल रहा है तो उससे बड़ी साइड स्टोरी यह है कि जलदाय विभाग पुलिस के छोटे अधिकारियेां से लेकर थानाधिकारी तक की नहीं सुन रहा। यहां तक कि न्यायालय परिसर से जाने वाली शिकायतें भी अनसुनी की जा रही है। बताया जा रहा है कि पिछले करीब दो माह से ज्यादा का समय सिर्फ शिकायतों में निकल गया मगर कुछ नहीं हुआ। पीने का पानी हो या नहाने धोने का, मिलता तो मुश्किल से ही है। सदर थाना तो ठीक, हालात यह है कि कचहरी परिसर में माननीय न्यायाधीश महोदय के कक्ष में भी हाथ धोने के जल की कमी हो जाती है। इन दोनों परिसरों को आए दिन टैंकर मंगवाने पड़ रहे हैं। ऐसे में सवाल उठता है कि जब थानों और न्यायालय परिसर में यह हालात है और उनकी भी सुनवाई जलदाय विभाग नहीं कर रहा है तो आम जन की तो कौन सुनेगा। यहां तक कि आए दिन आमजन द्वारा विभाग के खिलाफ आने वाली शिकायतों को नाजायज कैसे ठहरा दिया जाता है। उल्लेखनीय है कि सदर थाने में बड़ी संख्या में पुलिसकर्मी है तो आने जाने वाले भी अधिक रहते हैं, वहीं क्राइम मीटिंगों से लेकर कई तरह की मीटिंग भी हुआ करती है, दो-दो सीओ लेवल के अधिकारी भी सदर परिसर में बैठते हैं। तो वहीं कचहरी परिसर में माननीय न्यायाधीश बैठते हैं। इस मामले में एक साइड स्टोरी यह भी बताई जा रही है कि जल अभियांत्रिकी एवं स्वास्थ्य विभाग के अभियंता को बड़े पुलिस अधिकारियों द्वारा शिकायतें किए जाने के बाद भी जलदाय विभाग ने जल की इस समस्या को लेकर अभी तक कुछ नहीं किया है।