-रोशन बाफना
लॉयन न्यूज, बीकानेर। नोखा थाने में दर्ज नाबालिग से दुष्कर्म व वीडियो बनाकर वायरल करने के मामले में पुलिस के साथ ट्रेजडी होने की बात सामने आई है। नोखा थाने के रोड़ा गांव में 25 जुलाई को शौच पर जा रही साढ़े तेरह वर्षीय नाबालिग से दुष्कर्म करने की कोशिश का एक वीडियो वायरल हुआ था। जिसके बाद पीडि़त पक्ष थाने पहुंचा और मनोज विश्रोई और रामधन मेघवाल के खिलाफ दुष्कर्म करने व वीडियो वायरल करने का मामला दर्ज करवाया। पुलिस के पास यह वीडियो पहुंच चुका था। सूत्रों के अनुसार आरोपी ने यह वीडियो 20-30 लोगों को भेज दिया था।

पुलिस के समक्ष नाबालिग के बयान हुए उसके बाद उसे कोर्ट में पेश किया गया। लेकिन 164 के बयानों के दौरान नाबालिग ने कोर्ट में दुष्कर्म की घटना से इनकार कर दिया। आरोप है कि दोनों पक्षों में करीब 7 लाख रूपये में समझौता हो गया। ऐसे में पुलिस के साथ ट्रेजेडी हो गई। बताया जा रहा है इसके बाद जांच अधिकारी सीओ ने मुख्य आरोपी मनोज विश्रोई को कोर्ट में पेश किया तथा वीडियो साक्ष्य के साथ दूसरे आरोपी रामधन को गवाह बनाया। बताया जा रहा है कि वीडियो में यह साफ दिख रहा था कि आरोपी मनोज नाबालिग से दुष्कर्म की कोशिश कर रहा है।

वहीं दूसरे आरोपी रामधन ने वीडियो बनाने की बात स्वीकार कर ली थी। कोर्ट ने मामले में आरोपी मनोज को 15 दिन के लिए जेल भेज दिया। बता दें कि नाबालिग से सहमति अथवा जबरन किसी भी प्रकार से शारीरिक संबंध बनाना काननून अपराध की श्रेणी में आता है। इसी वजह से पुलिस ने वीडियो उपलब्ध होने की वजह से आरोपी को गिरफ्तार कर पेश किया। फिलहाल आरोपी जेल में है तथा मामला कोर्ट में, बताया जा रहा है कि आरोपी को ट्रायल के दौरान सजा हो सकती है।