-देखो धरती के भगवान की नादिरशाही
-सारे दुष्कर्मी जेल में
-चोरों के चांदी का सीजन, सेठ हो रहे ठंडे

क्राइम रील
-रोशन बाफना
-हर वर्दी के अन्दर कोई इंसान बैठा है,

तुम ही पहचान लो, शायद ना बताए वो।

बदलाव का दौर जारी है, जिले के नए पुलिस अधीक्षक प्रदीप मोहन शर्मा। नयेपन के इस समय में कब किसकी बदली हो जाए ये कोई नहीं कह सकता तो क्राइम में बदलाव ये है कि ठग को उठाया तो ठग ने उल्टा जेएनवीसी थाना कर्मियों सहित एक अधिकारी को ही लपेट लिया। कहा दुकान आकर पैसे मांगे, धमकी दी। तो सोशल मीडिया पर चल रही एक कॉल रिकार्डिंग ने सीओ सदर को परेशानी में डाल दिया है। परेशानी ये भी है कि पुलिस को सबसे कम छुट्टियां मिलती है, बदलाव होना चाहिए, वर्दी के अन्दर भी एक इंसान है – छुट्टियां बढ़ाओं।

-धोखा ही धोखा हर ओर फैला है,

हर छल के पीछे इक आदमी है।

नाल थाने ने मोटरसाइकिल तो 19 बरामद कर ली मगर 6 के मालिक ही अभी तक मिले हैं। लगता है जैसे लोगों में संपत्ति से मोह भंग हो गया हो। लेकिन ये बात तब गलत साबित होती है जब बेरोजगारों से रोजगार के नाम पर ठगी रुक नहीं रही है। ग्लेज इंडिया नाम की कंपनी अपने गुर्गों के साथ हजारों-हजारों युवाओं को अपना शिकार बना चुकी है। मामले दर्ज हो चुके हैं देखते हैं पुलिस कितना समय लगाती है इन ठगों का तंबू उखाडऩे में।

-क्यूं है ये शहर परेशान इतना,

चैन की नींद में,

ये दखल कौन दे रहा है—

तंबू से याद आया लोगों को ये ठंड बहुत परेशान कर रही है, चोरियां जो हो रही। पुलिस आदतन चोरों से पूछताछ कर रही है, अनुमान है उन्हीं में से किसी ने ये चोरियां की है। एक बात बताऊं क्या साहब? नई प्रतिभाओं पर भी ध्यान दीजिए।
देखते हैं पुलिस कैसे पकड़ती है चोरों को। पुलिस का दर्द ये भी है कि तकनीक के इस चरम युग में शहर कैमरों से लैस नहीं, आश्चर्य!

-जिस्म हो गया जब से रिश्तों का आईना,

प्रेम-भरोसा-ये अटूट बंधन, सब बातें रह गई—-

एक बात याद रखना – अवैध गतिविधियों का परिणाम भी अवैध यानी अपराध होता है। जामसर में अवैध संबंधों के बाद महिला की हत्या हुई। थानाधिकारी अमरसिंह मामले की जांच कर रहे हैं, जांच में इतनी फुर्ती वाले ये अधिकारी खुद की मेडिकल जांच भी नहीं करवा पाए। आखिर पुलिस की नौकरी में जो है।
युवती ने कहा धर्म भाई ने देह शोषण के बाद वीडियो बनाकर ब्लेकमेल किया। तो प्रेम विवाह कर एक महीने ससुराल रहकर आई नव विवाहिता ने पति पर छल सहित दुष्कर्म के मामले में पति के दोनों भाईयों को भी नामजद करवा दिया है। नोखा थाने ने नाबालिग से गैंगरेप के ईनामी अपराधी को बरामद कर लिया। प्राइवेट गाड़ी में तुलसीराम व एक सिपाही ही नागौर से अपराधी को उठा लाए।
अभी बीकानेर की जेलों में दुष्कर्मी व दुष्कर्म के आरोपी भर गए हैं।

-हो जाए आसमां का भगवान भी तुम्हारी तरह

सोचो इस दुनिया का हश्र क्या होगा। – – –

विकास पूनिया की सूझबूझ से पीबीएम मारपीट के मुख्य आरोपी को परिजनों ने पुलिस को सौंप दिया तो रेजीडेंट के कलेजे में ठंडक आई। अरे यार ये मारपीट के किस्से बार-बार रेजीडेंट के साथ ही क्यों होते हैं? उफ्फ! ये अपराधी शहर, कितना जालिम हो गया है। लगता है सारा शहर ही खराब है। या मटकी के अन्दर सुराख है??
वैसे डॉक्टर साहब एक बात पूछूं क्या? ये जो आप बात-बात पर हड़ताल जाते हो, मरीजों की परवाह किये बिना ये अपराध नहीं है क्या? या आपको धरती का भगवान कहना अपराध है?

-ना पूछती है ना बताती है,

मौत की तानाशाही देखो!

थानों के लैंडलाइन अभी भी बारी-बारी अलग-अलग थानों को मौका दे रहें हैं, तो एक थाने का हाल तो ये है लैंडलाइन खराब, अधिकारी फोन नहीं उठाते। शायद कुछ पर्सनल रीजन है।
एएसपी सुनील के. पंवार की 38 वर्षीय पत्नी का देहांत हो गया। इस दौरान सुनील ड्यूटी करने गंगानगर गए हुए थे।
कोटगेट थानाधिकारी वेदप्रकाश ने सुगम यातायात के लिए पहल कर दी।
बाकी सब चल रहा है अपनी गति से—
क्राइम रील में आज बस इतना है, फिर मिलेंगे अगले बुधवार…..