नई दिल्ली।  मालेगांव ब्लास्ट मामले की जांच कर रही राष्ट्रीय जांच एजेंसी ने साध्वी प्रज्ञा सिंह ठाकुर को क्लीन चिट दे दी है। एजेंसी ने शुक्रवार को मुंबई की एक अदालत में दायर होने वाली चार्जशीट में साध्वी का नाम नहीं दिया है। इससे उनके जल्द जेल से रिहा होने का रास्ता साफ होता नजर आ रहा है।जानकारी के अनुसार चार्जशीट में यह भी कहा गया है कि 26/11 आतंकी हमलों में शहीद हुए महाराष्ट्र एटीएस के पूर्व चीफ हेमंत करकरे ने मालेगांव ब्लास्ट केस में जो जांच की उसमें कई खामियां थीं। यही नहीं, कर्नल प्रसाद पुरोहित और दूसरे मुख्य आरोपियों के खिलाफ जो सबूत दिखाए गए वो मनगढंत थे और चश्मदीदों से दबाव में बयान दर्ज कराए गए थे।

तीन अन्य आरोपियों को क्लीन चिट

29 सितंबर 2008 को मालेगांव में हुए धमाकों की जांच कर रही एनआईए ने तीन अन्य आरोपियों को भी क्लीन चिट दी है। एनआईए ने इसके पीछे वजह बताई है कि उन्हें इस पूरी साजिश की जानकारी नहीं थी और उन्हें फंसाया गया था। इस घटना में 4 लोगों की मौत हई थी और 79 अन्य घायल हुए थे।