लॉयन न्यूज, राजगढ़। यूं तो सगाई-सबंध पूरी बातचीत के आधार पर तय होते हैं, जब दोनों पक्ष रिश्ते के लिए पूरी तरह से तैयार हो जाए एवं सहमति दे दें तब ही रिश्ता तय होता है। जब तक स्पष्ट बात न हो रिश्ता नहीं माना जाता।
रिश्ता तय करने के लिए सगाई, तिलक या अन्य आवश्यक रस्म अदायगी भी करना होती है, लेकिन यहां पर एक ऐसा मामला सामने आया है, जिसमें लड़के पक्ष के लोगों ने लड़की के परिवार वालों को बुलाकर यूं ही चाय पिला दी और अब कह रहे हैं कि हमारा रिश्ता तय हो गया था अब शादी करो लड़की पक्ष द्वारा शादी के लिए मना करने पर अब लड़के पक्ष द्वारा झगड़े के रूप में मोटी रकम 10 लाख की मांग की जा रही है।
जीरापुर थाने के गांप फतेहपुर निवासी भगवानसिंह ने अपनी पुत्री को साथ लाकर कलेक्टर के नाम शिकायत की है कि माचलपुर थाने के बाढग़ांव निवासी तरवरसिंह द्वारा अपने पुत्र जसवंत से हमारी बालिका का विवाह करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। मना करने पर 10 लाख रुपए झगड़े के रूप में मांगे जा रहे हैं।
भगवानसिंह ने बताया कि 5-6 साल पहले हम हमारी भांजी का रिश्ता करने बाढग़ांव में ही एक परिवार में गए हुए थे और वह रिश्ता भी हो गया। तब ही तरवरसिंह हमें चाय के लिए बुलाने आए और हम स्वभाविक रूप से उनके घर चाय पीने चले गए। तब भी तरवरसिंह व उनके परविारजनों ने हमसे रिश्ते को लेकर कोई बात नहीं की। अब पिछले कुछ दिनों से हमारी लड़की से उनके लड़के जसवंत का विवाह करने के लिए दबाव बनाया जा रहा है। हम मना कर रहे हैं तो कहते हैं कि तुम चाय पीने आए थे, इसलिए रिश्ता तय हो गया था अब शादी करो।
अब दे रहे है धमकी
शिकायत में उल्लेख किया है कि शादी नहीं करने की दशा में अब तरवरसिंह द्वारा हमें नुकसान पहुंचानी की धमकी दी जा रही है। फसल को आग लगाने सहित अन्य तरह से नुकसान की चेतावनी दे रहे हैं, जबकि हमारे परिवारों के बीच में कोई रिश्ता तय नहीं हुआ इसका लिखित प्रमाण-पत्र वहां की पंचायत द्वारा भी पांच लोगों के हस्ताक्षर के साथ जारी किया जा चुका है, लेकिन उनकी बात भी वह मानने को तैयार नहीं है। उधर जीरापुर पुलिस द्वारा भी शिकायत के बाद भी कार्रवाई नहीं की जा रही है।
मांग पूरी करो नहीं तो लड़की उठा लेंगे
शिकायत में भगवानसिंह की पुत्री द्वारा उल्लेख किया है कि मैं 3 किमी दूर पीपल्यकला गांव में कक्षा 12 वीं में पढऩे जाती हूं, लेकिन उन लोगों द्वारा धमकी दी जा रही है कि झगड़ा नहीं दिया तो वह मुझे भी उठाकर ले जा सकते हैं। इसकी शिकायत थाने में भी कर दी, लेकिन कोई नहीं सुन रहा। अब डर के कारण मैं स्कूल भी नहीं जा पा रही हूं। उसने जिला प्रशासन से सुरक्षा की मांग की है।