पहला सुख निरोगी काया

लॉयन न्यूज नेटवर्क। फास्टफूड और कोल्ड ड्रिंक्स के अधिक सेवन के कारण आजकल दांतों की स्मस्याएं भी खूब सामने आ रहीं हैं। मसूड़ों में खून, डेंटल प्लाक के प्रकरणों में लम्बे समय से इजाफा हो रहा है। इसलिए आज हम लायें हैं इस समस्या के समाधान का देशी नुस्खा।

क्लिनिकल रिसर्च बताती है कि स्ट्रेप्टोकोकस मिटिस और स्ट्रेप्टोकोकस संगस नामक बैक्टिरिया की वजह से ही जिंजिवायटिस और मुंह के कई अन्य रोग होते हैं और इनकी वृद्धि को रोकने के लिए अनार के छिलके बेहद असरकारक होते हैं। सालों से आजमाए जाने वाले इस तरह के आदिवासी फार्मुलों के असर को वैज्ञानिक परिक्षण के तौर पर सिद्ध भी किया जा चुका है।

घर में अनार के दाने निकलाने के बाद छिलकों को फेंके नहीं, इन्हें साफ धोकर, बारीक काटकर मिक्सर में थोड़े पानी के साथ डालकर ग्राइंड कर लें। बाद में इसे मुंह में डालकर कुछ देर कुल्ला करें और थूक दें, दिन में दो तीन बार ऐसा करने से मसूड़ों और दांतों पर किसी तरह के सूक्ष्मजीवी संक्रमण हो तो, काफी हद तक आराम मिल जाता है। जिन्हें मसूड़ों से खून निकलने की शिकायत हो या जिन्हें डेंटल प्लाक की समस्या हो, उन्हें यह फार्मुला बेहद फायदा करेगा। कुल्ला करते वक्त अनार के छिलकों का रस निगल भी लिए तो कोई दिक्कत नहीं, खांसी में भी राहत मिल जाएगी।

इसमें ध्यान रखा जाये के अनार के दानों का जूस बनाएं तो इसमें शक्कर ना डालें। जूस को सिप करते समय बार-बार मुँह के भीतर कुल्ला जरूर करें और फिर जूस को एन्जॉय करें। जूस के कई अन्य गुणों के बारे में आपको तो पता ही हैं लेकिन पीने से पहले हर एक घूंट से पहले कुल्ला करेंगे तो डेंटल प्लाक 85 प्रतिशत तक कम हो जाएगा।