लॉयन न्यूज, बीकानेर। सेनाभर्ती के नाम पर शातिर तरीके से नौजवान युवकों के साथ ठगी करने वाले पुजारी को भी नोखा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। कुछ दिन पहले इसी मामले में फौजी महेन्द्रपाल सिंह को भी गिरफ्तार कर लिया गया था। इस पूरे प्रकरण में चौंकाने वाली साइड स्टोरी सामने आई है। जांच अधिकारी एसआई रमेश कुमार ने आरोपी पुजारी कृष्ण गोदारा उर्फ कल्याणदास को बाड़मेर के धोरी मन्ना से दबोचा गया है। यहां साइड स्टोरी यह है कि आरोपी मामला दर्ज होने के बाद से ही ठिकाने बदल रहा था व कुछ दिन पहले ही धोरी मन्ना आया था। इस पूरे मामले में एक से एक साइड स्टोरी से भरा हुआ है। बताया जा रहा है कि कृष्ण गोदारा जंभेश्वर धाम में पूजा करता था, इस दौरान उसकी मुलाकात फौजी महेन्द्रपाल से हुई। महेन्द्रपाल को ऐसे व्यक्ति की जरूरत थी जिस पर भरोसा करके नौजवान युवक पैसा दे दे। ऐसे में दोनों ने गठबंधन करते हुए ठगी का खेल शुरू किया। इस पूरे प्रकरण में आरोपियों ने करीब 27 लाख रुपए की ठगी की। हालांकि आरोपियों का कहना है कि इसमें से करीब सत्तर प्रतिशत राशि वापिस लौटा दी गई है। तो पुलिस के पास भी अभी तक दो ही परिवाद इस मामले में आए हैं। जिसमें से पहला परिवाद भोमाराम ने 2018 में दर्ज करवाया था, इसके बाद अर्जुनसिंह ने परिवाद दर्ज करवाया। फौजी बड़े ही शातिर तरीके से नौजवान युवकों को सेना में नौकरी के सपने दिखाकर बेवकूफ बना रहा था। यहां सबसे बड़ी साइड स्टोरी यह है कि फौजी के पास सेना भर्ती का ज्वाइनिंग लेटर होता था। जिसके हस्ताक्षर वाले भाग को छोड़कर वह एक नया पेपर रखता। यह पेपर फौजी द्वारा बनाया गया ज्वाइनिंग लेटर होता था। वहीं हस्ताक्षर व मुहर नीचे पड़े पुराने लेटर का लिया जाता। ऐसे में जब दोनों पेपर के अलग-अलग भागों को नए पेपर पर कॉपी किया जाता तो हर बार नए युवक का जारी ज्वाइनिंग लेटर बन जाता। फौजी के शातिर दिमाग की दास्तां यही खत्म नहीं होती। खुशी में उछलते युवक सेना में ज्वाइनिंग के लिए रवाना हो जाते, तभी आधे रास्ते में फौजी द्वारा युवकों को कॉल कर वापस बुला लिया जाता। यहां बहाना बनाया जाता सेना भर्ती में सीटों की कमी या फिर अधिक ज्वाइनिंग का। यह पूरा खेल चौपट तब हुआ जब भोमाराम को ठगी के खेल की भनक लगी और उसे यह अहसास हो गया कि वह ठगा जा चुका है। इसके बाद नोखा पुलिस थाने में मामला दर्ज हुआ और जांच में एक के बाद एक साइड स्टोरी सामने आती रही। पुलिसिया सूत्रों के मुताबिक दोनों आरोपियों के बयान मिलते जुलते हैं। वहीं थानाधिकारी भगवान सहाय का कहना है कि पुजारी को फिलहाल 2018 के मुकदमे में गिरफ्तार किया गया है लेकिन इसमें जेसी करवाते ही ठगी के इसी खेल में दर्ज दूसरे मुकदमे में गिरफ्तारी की जाएगी।