लॉयन न्यूज, नेटवर्क। नागौर जिले की एक सरकारी स्कूल के क्लर्क ने गुरुवार को खुद पर पेट्रोल छिड़ककर आग लगा ली। आरोप है कि ट्रांसफर होने के बाद भी प्रिंसिपल उसे रिलीव नहीं कर रही थी। आग से बाबू 80 फीसदी तक झुलस गया। ऐसे में उपचार के बीच क्लर्क ने दम तोड़ दिया। मामला नागौर के पीलवा का गुरुवार सुबह का है। पीलवा पुलिस के अनुसार, सीनियर सेकेंडरी स्कूल बस्सी के बरामदे में यह घटना हुई। मौजूद लोगों ने क्लर्क को पकडऩे की कोशिश की, लेकिन उसने खुद को आग लगा ली। अजमेर के जेएलएन अस्पताल में क्लर्क का इलाज चल रहा था। जहां आखिरकार क्लर्क जिंदगी से हार गया। वहीं दूसरी ओर गुरुवार को ही प्रिंसिपल सीमा चंदेल को निलंबित भी कर दिया गया था।

 

पीडि़त क्लर्क रामसुख मेघवाल (55) ने आरोप लगाया था कि स्कूल की प्रिंसिपल सीमा चंदेल ट्रांसफर होने के बाद भी उसे रिलीव नहीं कर रही थी। साथ ही स्टाफ भी प्रताडि़त करता था। बताया जा रहा है कि क्लर्क रामसुख का ट्रांसफर 15 दिन पहले पीलवा स्कूल में हो गया था। रामसुख बस्सी का ही रहने ही रहने वाला था। बाबू पांच दिन पहले स्कूल के ऑफिस में पेट्रोल की बोतल लेकर आए थे, जिसे वहीं रख दिया था। लेकिन लगातार प्रताडि़त होने पर क्लर्क ने खुद पर पेट्रोल उड़ेल आग लगा ली।

सांसद हनुमान बेनीवाल ने पीलवा थाना इलाके की बस्सी के स्कूल लिपिक रामसुख की मौत के मामले को लेकर ट्विट करते हुए लिखा कि लिपिक इतना परेशान हो गया था कि उसे आत्मदाह करना पड़ा। ऐसे में पूरे मामले की उच्च स्तरीय जांच होनी चाहिए। साथ ही दोषियों के खिलाफ कानूनी कड़ी कार्रवाई होनी चाहिए।