पैरवी करने वालों को सबक सीखाने की धमकीकार्मिकों का एक मण्डल करेगा मुख्यमंत्री राजे से मुलाकात:- डूंगरसिंह तेहनदेसर

लॉयन न्यूज,बीकानेर। एक ओर केन्द्र व राज्य सरकार व्यवस्थाओं को सुचारू करने के लिये निजीकरण का सहारा ले रहे है वहीं दूसरी ओर निजी कंपनियों के प्रबंधकों की दादागिरी और शोषण का दंस कार्मिकों को भोगना पड़ता है। हालात ये है कि ऐसी निजी कंपनियां अपने आपकों तानाशाह समझकर कार्मिकों के साथ दुव्र्यवहार करने से बाज नहीं आती। ऐसा ही एक मामला सहारा इण्डिया के सीकर एरिया प्रबन्धक रमेश भेरूरानी का सामने आया है। जिसने कार्मिकों ये कहते हुए वेतन देने से इंकार कर दिया कि जो उखाडऩा है उखाड़ लो नहीं दूंगा वेतन। वेतन नहीं मिलने के कारण सहारा के कार्मिक तंगहाली में गुजर रहे है,उन्हें खाने के लाले पड़े हुए है। इधर उधर से उधार ले लेकर वो कर्जदार हो चुके हैं ऐसे में सभी को किए काम का वेतन नहीं मिलने से कार्मिकों में कम्पनी और अधिकारियों को लेकर रोष व्याप्त है।

11 माह से नहीं मिला

वेतन हैरत करने वाली बात ये है कि सहारा कंपनी प्रा लि के कार्मिकों को पिछले 11 माह से वेतन नहीं मिला है। इतना ही नहीं कार्मिकों के पीएफ खातों में भी गड़बड़झाला है। जमाकर्ताओं को परिपक्वता तिथि पूर्ण होने के 3 वर्ष बीत जाने के बाद भी भुगतान हेतू भटकना पड़ रहा है। विभिन्न स्कीमों को बिना जमाकर्ता की जानकारी के दूसरी स्कीमों में डाला जा रहा है। यहीं नहीं संस्था अन्तर्गत बन्द खातों की कम्पनियों का भुगतान अन्य खातों के माध्यम से सम्पादित किया जा रहा है जो कि भारत सरकार के वितीय मानकों की खुल्लेआम अनदेखी है।

कार्मिकों को हक दिला कर रहेंगे:

तेहनदेसर भाजपा नेता एवं सहारा कामगार यूनियन के डूंगरसिंह तेहनदेसर ने सहारा प्रबंधन द्वारा कार्मिकों के साथ किये गये रोष जताते हुए कहा कि वे कार्मिकों को उनका हक दिलवाकर रहेंगे। उन्होनें मंगलवार को सीकर एरिया के प्रबन्धक रमेश भेरूरानी से कार्मिकों के वेतन देने हेतू प्रतिनिधि होने के नाते टेलिफ ोनिक वार्ता की। तो उन्होनें वेतन देने से इनकार कर दिया और अशोभनीय भाषा का इस्तेमाल करते हुए कहा कि जो उखडऩा है उखाड़ लो नहीं दूंगा। और जो वेतन हेतू पैरवी करेगा उन्हे पदमुक्त करवा दूंगा शिकायत करके देख लें। डूंगरसिंह तेहनदेसर ने कहा कि रमेश भेरूरानी ने उन्हे झूठे  मामलों में फ ंसाकर कम्पनी से निष्कासित करने की धमकी दी है।  तेहनदेसर ने कहा कि वे कर्मचारी हितों हेतू संघर्ष करते रहेंगे और उनके हितों पर कुठाराघात सहन नहीं करेगें और कार्मिकों की मांग हर मंच पर उठाते रहेगेें।

बर्खास्त करने की मांग की

तेहनदेसर ने कहा कि अब पानी सर से ऊपर निकल चुका है कार्मिकों का एक प्रतिनिधि मण्डल पूरे मसले को लेकर प्रदेश की मुख्यमंत्री वसुन्धरा राजे सिंधिया से मिलकर बात रखेगा। तेहनदेसर ने कहा कि रमेश भेरूरानी की हठधर्मिता और वेतन देने से इन्कार करने की बात को लेकर कम्पनी एमडी सुुब्रत रॉय सहारा एवं कम्पनी पैराबैंकिग हेड ओ.पी. श्रीवास्तव को पत्र लिखकर भेरूरानी को बर्खास्त करने की मांग की जावेगी। तेहनदेसर ने कहा कि रमेश भेरूरानी के गैर जिम्मेदाराना व्यवहार की शिकायत जोनल कार्यालय जयपुर, कमाण्ड कार्यालय लखनऊ करके कार्यवाही की मांग की जावेगी।  तेहनदेसर ने कहा कि अब इस लड़ाई को आर पार की लडऩे का मुड कार्मिक, एजेन्ट एवं जमाकर्ता बना चुके हैं जिसका खामियाजा सहारा इण्डिया को उठाना होगा।

 यह पहला नहीं है मामला

गौरतलब रहे कि नाम की सहारा कंपनी ने अपने क ार्मिकों के साथ किस तरह बेसहारा रूख अपनाते हुए पूर्व में भी बदसूलकी की है। जिसके चलते जयपुर जोन के चीफ  लक्ष्मीकांत बन्नाषी को पदमुक्त करके दिल्ली कार्यालय में पदस्थापन की प्रतिक्षा में रखा गया है। इसी तरह सीकर के पूर्व एरिया प्रबन्धक मनोज जैन को भी पदमुक्त कर दिया गया है।