पहला सुख निरोगी काया

लॉयन न्यूज, बीकानेर। दौड़ती भागती शहरी जिंदगी में जंक फूड को हमने हमारी रूटीन लाइफ का एक हिस्सा बना लिया है। जब भी हल्की-सी भूख लगे, सीधे पैकेज्ड फूड की ओर दौड़ते हैं। इन पैकेट्स में कुछ ऐसे केमिकल्स डाले जाते हैं जो आपके भीतर लत पैदा करने में सक्षम होते हैं। इनके लगातार प्रयोग के चलते हम इनके आदी होते चले जाते हैं, कई बार तो हम इतना भी ध्यान नहीं रख पाते हैं कि हमने कुछ ज्यादा ही मात्रा में कंज्यूम कर लिए हैं।

ऐसे में हम आज आपके लिए लाए हैं इस लत से पीछा छूड़ाने के लिए एक देशी नुस्खा। अगर आपको या आपके परिवार में भी पैकेज्ड या जंकफूड की लगातार के्रविंग रहती है तो १०० ग्राम छोले रात को पानी में भिगोकर रख दीजिए, सुबह जब ये अच्छी तरह से भीग कर फूल जाएं तो इन्हें दिनभर में कभी भी एक साथ खा लें। अगर ऐसे नहीं खाना चाहते हैं तो थोड़े से तेल में हींग, जीरा और मीठा नीम (करी पत्ता), हरी मिर्च के साथ फ्राई करके भी खा सकते हैं।
ऐसा लगातार 15 दिन करने पर भी आप देखेंगे की धीरे-धीरे आपकी जंकफूड की क्रेविंग कम हो रही है। अब आप जानना चाहेंगे क्यों होता है ऐसा? तो सुनिए

भीगे हुए चनों में भरपूर फाइबर्स, प्रोटीन और आयरन पाया जाता है। सिर्फ 100 ग्राम छोलेे खाने से हमें दिनभर का 70 प्रतिशत डायटरी फाइबर, दिनभर के लिए जरूरी प्रोटीन का 40 प्रतिशत और दिनभर के लिए जरूरी आयरन का 38 प्रतिशत हिस्सा मिल जाता है। फाइबर्स और प्रोटीन भूख लगने से भी रोकते हैं और जंकफूड की चाहत कम करने में भी मदद करते हैं।

एक बेहद प्रचलित साइंटिफिक जर्नल है एपेटाइट, इस जर्नल में सन 2010 में एक छपी एक क्लीनिकल स्टडी के मुताबिक जंक फूड के शौकीन छत्तीस लोगों के दो ग्रुप बनाकर जब एक ग्रुप के लोगों को 15 दिन लगातार 100 ग्राम छोले खाने को दिये गये उनमें 5 दिन बाद की जंक फूड खाने की इच्छा कम होने लगी। वर्ष 2017 में वैज्ञानिक जफर और कबीर के द्वारा की गई एक क्लिनिकल स्टडी में बताया गया की छोले एनर्जी तो देते ही हैं लेकिन साथ ही भूख लगना भी कम कर देते हैं। छोलों के सेवन के बाद 35 प्रतिशत तक शुगर लेवल भी कम हो जाता है और वजन कम करने में भी बहुत मददगार साबित होते हैं।