लॉयन न्यूज, मुंबई। सिंगर अभिजीत भट्टाचार्य ने पूर्व भारतीय अफसर कुलभूषण जाधव को पाकिस्तान में फांसी दिए जाने पर सवाल उठाया है। उन्होंने कुलभूषण की फांसी रोक जाने की मांग की है। साथ ही ये भी कहा है कि भारत में जहां भी पाकिस्तानी दिखें, उन्हें पेड़ से लटका दो।
अभिजीत ने ट्विटर पर लिखा कि भारत में जो भी पाकिस्तानी दिखे, उसे पेड़ से लटका दो। सारे खान्स चुप क्यों हो? ये भी लिखा कि अगर भारत में खोजा जाए तो ज्यादातर पाकिस्तानी बॉलीवुड या फिर भट्ट या जौहर के घर पर मिलेंगे। पिछले साल जम्मू कश्मीर के उड़ी सेक्टर में आर्मी बेस हुए आतंकी हमले बाद अभिजीत ने पाकिस्तानी कलाकारों को काम देने पर सवाल उठाते हुए महेश भट्ट, करण जौहर और सुपरस्टार खान्स को दलाल तक कह दिया था।
बता दें कि अभिजीत पिछले कुछ सालों से लगातार पाकिस्तानी कलाकारों, गायकों और संगीतकारों का विरोध कर रहे हैं।
यह है मामला
पाक आर्मी ने वहां की जेल में बंद भारतीय अफसर कुलभूषण जाधव को फांसी की सजा सुनाई है। पाक ने आरोप लगाया था कि जाधव भारतीय जासूस है। आईएसपीआर के अफसर मेजर जनरल आसिफ गफूर ने ट्विटर पर बताया कि पाकिस्तान आर्मी एक्ट के तहत जाधव का फील्ड जनरल कोर्ट मार्शल किया गया और फांसी की सजा सुनाई गई।
दूसरी ओर, भारत ने पाकिस्तान के हाईकमिश्नर अब्दुल बासित को तलब किया। उन्हें डिमार्शे (डिप्लोमैटिक डिमांड लेटर) सौंपा। इसमें कहा गया- अगर सजा पर अमल होता है तो ये कानून के बुनियादी बुनियादी नियमों के खिलाफ होगा। इसे सोचा समझा कत्ल कहा जाएगा।
डिमार्शे में आगे कहा गया कि ये ध्यान रखा जाना चाहिए कि पाकिस्तान में इंडियन हाईकमीशन को ये बताने की जरूरत भी नहीं समझी गई कि कुलभूषण पर केस चल रहा है। भारत के लोग और सरकार इसे सोचा-समझा कत्ल ही मानेंगे। इस बीच, भारत सरकार ने पाकिस्तान के बुधवार को रिहा किए जाने वाले 11 कैदियों की रिहाई टाल दी है। एमनेस्टी इंटरनेशनल ने पाकिस्तान के इस फैसले पर तल्ख टिप्पणी की। कहा- पाकिस्तान के मिलिट्री कोर्ट्स में आरोपी के खिलाफ क्या आरोप लगाए जाते हैं या सबूत पेश किए जाते हैं, इनको कभी पब्लिक नहीं किया जाता। पाकिस्तानी सेना के कानून के तहत आए इस फैसले पर 90 दिनों के भीतर अमल होना तय है। पाक आर्मी चीफ बाजवा इसे मंजूरी दे चुके हैं। ऐसे में इसके खिलाफ अपील की कोई गुंजाइश नहीं रहती। ऐसे में जाधव को फांसी की सजा से बचाना मुश्किल होगा।