लॉयन न्यूज,बीकानेर। राजस्थान में कांग्रेस में मचा सियास तूफान थमने का नाम नहीं ले रहा है। लगातार पायलट और गहलोत गुट की और से अलग-अलग बाते धीरे-धीरे बाहर आ रही है। बीते दो दिनों से पायलट जयपुर में खासे एक्टिव तो दिखाई दिए लेकिन मीडिया से कोसो दूर रहकर। शायद वो जानते भी है कि मीडिया में आने की बजाया एकबारगी अंदर ही चला जाए। इसी के चलते बीते दो दिनों में पायलट ने कई मंत्रियों से बातचीत की है। सूत्रों के अनुसार पायलट ने गहलोत के विश्वस्त माने जाने वाले प्रतापसिंह खाचरियावास,अशोक चांदना से लम्बी बातचीत की है।

 

वहीं पायलट ने विश्वेन्द्र सिंह से भी बात की है। इसको लेकर राजधानी में गहमागहमी तेज है कि आखिर पायलट इतने एक्टिव कैसे है क्या आलाकमान से कोई इशारा मिल गया है। जिसके बाद पायलट अब दिल्ली रवाना हो गए। हालांकि दिल्ली रवाना होने के पीछे लॉजिक भी समझ नहीं आता है। क्योंकि सोनिया गांधी और प्रियंका गाधी तो राहुल गांधी की यात्रा में गए हुए है। इन सबके बीच प्रदेश में संस्पेंस बरकरार है और गहलोत खुद की कुर्सी सुरक्षित समझते या दिखाते हुए अपने कार्यक्रमों में व्यस्त है। गहलोत ये दिखाने का प्रयास कर रहे है कि उनकी कुर्सी अब भी पुरी तरीके से सुरक्षित है।

 

यहीं तो कारण है कि गहलोत अब से ही बजट को लेकर माहौल बना रहे है ओर सीधे आमजनता से बजट को लेकर राय मांग रहे है। इन सबके बीच खाचरियावास ने संस्पेंस बना दिया है। क्योंकि अमूमन मीडिया में पायलट के बारे में खुलकर बगावती रूख इख्तिार करने वाले प्रतापङ्क्षसह के सुर भी बदले से दिख और पायलट के साथ हुई बातचीत के बारे में बताने से इंकार कर दिया।