राजसमंद/देवगढ़।    भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो के जयपुर ग्रामीण दल ने गुरुवार शाम देवगढ़ पंचायत समिति में सहायक कृषि निदेशक व ग्राम सेवा सहकारी समिति, आंजना के व्यवस्थापक को पौने तीन लाख रुपए की रिश्वत लेते रंगे हाथ गिरफ्तार किया। आरोपितों ने अनाज के लिए लोहे की टंकी आपूर्ति करने के बदले 3 लाख 36  हजार रुपए की रिश्वत मांगी थीc एएसपी नरोत्तम वर्मा ने बताया कि व्यवस्थापक लक्ष्मणसिंह ने 960 लोहे की टंकी आपूर्ति के लिए आशा इंजीनियरिंग वक्र्स, बीगोद (भीलवाड़ा) को कार्यादेश दिए। टंकियां किसानों को देनी थी। इसमें 50 फीसदी अनुदान कृषि विभाग को देना है। अनाज टंकियां खरीदने के लिए प्रशासनिक व वित्तीय स्वीकृति कृषि विभाग ने जारी की। इसके बाद लक्ष्मण व सहायक कृषि निदेशक राजेंद्र भारती ने संयुक्त रूप से आशा इंजीनियरिंग के संचाल सुरेन्द्रसिंह शेखावत से प्रति टंकी पर 350 रुपए की रिश्वत मांगी। सिंह ने 9 मई को एसीबी जयपुर को इसकी शिकायत दर्ज कराई। एसीबी ने 10 मई को इसका सत्यापन किया। रिश्वत राशि गुरुवार को देना तय हुआ। एसीबी टीम शाम सात बजे देवगढ़ पंचायत समिति पहुंची और 20 हजार रुपए नकद व 2 लाख 51 लाख रुपए का चेक लेते  किया। आरोपितों को शुक्रवार को एसीबी के विशेष न्यायालय उदयपुर में पेश किया जाएगा। कार्रवाई में सीआई रणजीतसिंह, ब्रजपालसिंह, रामसिंह, वीरेंद्रसिंह आदि शामिल रहे।

85 हजार पहले ले लिए 

आरोपितों ने 85 हजार रुपए की रिश्वत पहले ही ले ली थी। बीस हजार नकद व 2 लाख 51 हजार रुपए के चेक के अलावा 49 हजार रुपए टंकी आपूर्ति के बाद देना तय किया था