लॉयन न्यूज, डेस्क। अखंड सौभाग्यवती महिलाओं के व्रत ‘करवा चौथ’ का प्रारंभ आज सुबह सरगी ग्रहण करने के साथ हो गया है। सरगी से ही करवा चौ​थ व्रत कर आगाज होता है। सुहागन महिलाएं सास से मिले सरगी में फल, सेवइयां, मेवे, मिठाई आदि खाकर व्रत रखती हैं। पूरे दिनभर निर्जला व्रत रखते हुए पति के कल्याण और सुखी दाम्पत्य जीवन की मंगलकामना करती हैं। व्रत के दौरान चौथ माता या मां गौरी और गणेश जी की विशेष पूजा होती है। पूजा के दौरान करवा चौथ व्रत की कथा सुनती हैं। शाम को चंद्रमा के दर्शन के बाद अर्घ्य दिया जाता है। फिर पति के हाथों जल ग्रहण करके व्रत पूरा करती हैं और भोजन ग्रहण करती हैं।

करवा चौथ: चौथ माता की पूजा का मुहूर्त

चौथ माता यानी मां गौरी और गणेश जी की पूजा का शुभ मुहूर्त शाम को 06:28 बजे से रात में 09:43 बजे तक है। इस दौरान आप विधिपूर्वक शिव परिवार की पूजा करें। इसके पश्चात माता दुर्गा और श्री गणेश की आरती करें।

बीकानेर में चंद्रोदय का समय 

करवा चौथ को बीकानेर में चंद्रोदय रात्रि में 08 बजकर 33 मिनट पर होगा। ऐसे में महिलाओं के उपवास का समय आज सुबह 06.28 बजे से 08.33 बजे तक है। 08.33 बजे चंद्रमा को अघ्र्य देकर व्रत पूर्ण होगा।