कोटा.।   केंद्रीय विश्वविद्यालयों की तरह ही अब राजस्थान के सरकारी विश्वविद्यालयों में भी रोजाना तिरंगा फहराया जाएगा। राज्यपाल कल्याण सिंह 21 जून को होने वाली कुलपतियों की समन्वय समिति में आदेश जारी करेंगे। इसके साथ ही राज्य के सभी विश्वविद्यालयों में महापुरुषों पर शोधकार्य करने के लिए विशेष पीठ का गठन भी किया जाएगा।
वर्धमान महावीर खुला विश्वविद्यालय के नौंवे दीक्षांत समारोह में शामिल होने के लिए राज्यपाल कल्याण सिंह गुरुवार को कोटा पहुंच गए। सर्किट हाउस में पत्रकारों से बात करते हुए राज्यपाल ने कहा कि अभी तक राजस्थान के अधिकांश विश्वविद्यालयों ने कुलगीत की रचना नहीं हो सकी है। दीक्षांत समारोह जैसे आयोजनों के दौरान इसकी कमी खलती है, इसलिए विशिष्ट साहित्याकरों से कुलगीत की रचना करवाई जाएगी। जिसमें राजस्थान की वीरगाथाओं और गौरवशाली इतिहास का वर्णन किया जाएगा। दीक्षांत समारोह के दौरान राष्ट्रगान के बाद कुलगीत का गायन किया जाएगा।

गठित होगी शोधपीठ

राज्यपाल ने बताया कि अब प्रदेश के विश्वविद्यालयों में महापुरुषों पर शोध को बढ़ावा देने के लिए उनके नाम से विश्वविद्यालयों में विशेष पीठ का गठन किया जाएगा। इस पीठ के संचालन और शोधाकार्यों के लिए विवि एक-एक करोड़ रुपये बैंक में जमा कराएंगे। इसके साथ ही राज्यपाल ने बताया कि राजस्थान के सभी सरकारी विश्वविद्यालयों में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाना अनिवार्य होगा। ध्वज की ऊंचाई, लंबाई और चौड़ाई के साथ ही पोल की गुणवत्ता की जानकारी राजभवन की ओर से जल्द ही विश्वविद्यालयों को भेज दिए जाएंगे। राज्यपाल ने बताया कि 21 जून को होने वाली कुलपति समन्वय समिति की बैठक के एजेंडे में तीनों बिंदुओं की पालना कराने को शामिल कर लिया गया है।

महापुरुषों के नाम पर न हो राजनीति

सोशल साइंस की किताबों में पाठ्यक्रम बदलने को लेकर शुरू हुए विवाद पर राज्यपाल कल्याण सिंह ने कहा कि महापुरुषों के उल्लेख पर किसी तरह की राजनीति नहीं होनी चाहिए। यह लोग राष्ट्र की धरोहर हैं और उनका सम्मान