नई दिल्ली/ देहरादून। उत्तराखंड हाईकोर्ट ने केंद्र सरकार को बड़ा झटका देते हुए गुरुवार को राज्य से राष्ट्रपति शासन हटा दिया है। हरीश रावत ने हाईकोर्ट के इस फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि वह कोर्ट के फैसले का सम्मान करते हैं। अंतत: सत्य की विजय हुई है। नैनीताल हाईकोर्ट के इस फैसले के बाद हरीश रावत ने कांग्रेस विधायकों की बैठक बुलाई है। बताया जा रहा है कि बैठक में आगे की रणनीति तय की जाएगी। राज्य से राष्ट्रपति शासन हटने के बाद अब 29 अप्रैल को विधानसभा में फ्लोर टेस्ट किया जाएगा।  कांग्रेस नेता इंदिरा हृयदेश ने हाईकोर्ट के फैसले पर खुशी जताते हुए कहा कि कांग्रेस के पास बहुमत है। उन्होंने इसे न्याय की जीत बताया है। हृयदेश ने इस फैसले को ऐतिहासिक फैसला बताया है। उन्होंने इसे जनता की जीत और निर्वाचित प्रतिनिधियों की जीत बताया है। वहीं, केंद्र सरकार का कहना है कि वह नैनीताल हाईकोर्ट के इस फैसले को सुप्रीम कोर्ट में चुनौती देगी।  गौरतलब है कि राज्यपाल की सिफारिश के बाद 27 मार्च को राज्य में राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया था। उत्तराखंड में 18 मार्च से राजनीतिक संकट की शुरुआत हुई थी।  नैनीताल हाईकोर्ट के फैसले के बाद हरीश रावत समर्थकों में खुशी की लहर है।