कोटा । रेल सफर में यात्री अब गंदगी, पानी की किल्लत, खाद्य पदार्थ की गुणवत्ता, भ्रष्टाचार और छेड़छाड़ आदि की शिकायत सीधे रेलमंत्री से कर सकेंगे। शिकायत दर्ज कराने के लिए रेलमंत्री का पता पूछने की भी जरूरत नहीं पड़ेगी। यात्रियों की मदद के लिए रेलवे बोर्ड ने आरक्षित टिकटों के पीछे रेल मंत्री का ट्विटर एकाउंट दर्ज करने का फैसला लिया है। यात्रियों की मुश्किलें समझने और उनसे सीधे संवाद के लिए रेलमंत्री सुरेश प्रभु ने छह महीने पहले ट्विटर एकाउंट शुरू कराया था। बुरे वक्त में यात्रियों को जब मदद मिलने लगी तो यह कोशिश खासी लोकप्रिय हो गई। जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने जीएम और डीआरएम के साथ-साथ जोनल और मंडलीय रेल अफसरों को भी ट्विटर एकाउंट की अनूठी व्यवस्था से जोड़ा। संवाद कायम करने के लिए शुरू की गई यह व्यवस्था शिकायत दर्ज कराने का सबसे सक्रिय प्लेटफार्म बनने लगी तो रेलवे बोर्ड ने इसे आम जन तक पहुंचाने का फैसला किया।

 चार लाख से भी ज्यादा लोग जुड़े 
 फिलहाल हालात यह है कि पिछले छह महीने में रेल मंत्री के ट्विटर एकाउंट पर न सिर्फ 4.12 लाख से ज्यादा शिकायतें दर्ज हुईं, बल्कि इनका तत्काल समाधान भी हुआ। हालांकि अब भी बड़ी संख्या में ऐसे मुसाफिर हैं जिन्हें रेल मंत्री का ट्विटर एकाउंट पता ही नहीं। ऐसे लोगों की मदद के लिए अब रेलवे बोर्ड ने टिकट के पीछे रेल मंत्री के ट्विटर एकाउंट छापने का फैसला लिया है।