लॉयन न्यूज, बीकानेर। भारत सरकार के सूचना एवं प्रसारण मंत्रालय के प्रादेशिक लोक सम्पर्क ब्यूरो द्वारा वर्चुअल राजभाषा हिंदी तिमाही बैठक का आयोजन किया गया। इस बैठक में गत तीन महिनों में प्रादेशिक लोक सम्पर्क ब्यूरो द्वारा राजभाषा हिंदी के कार्यान्वयन एवं प्रगति की समीक्षा की गयी।

 

         बैठक को संबोधित करते हुए हिंदी और राजस्थानी के प्रतिष्ठित लेखक श्री बुलाकी शर्मा ने ‘ दैनिक जीवन में सहज हिंदी का प्रयोग ‘ विषय पर व्याख्यान दिया । उन्होंंने कहा कि हिंदी के विकास में देश के सभी हिस्सों के लोगों का योगदान रहा है। उन्होंंने कहा कि हिंदी सरल और सहज है तथा पिछली तीन शताब्दियों से देश की संपर्क भाषा के रूप में स्वीकार्य है। श्री बुलाकी शर्मा ने बताया कि हिंदी वर्णमाला और इसके विभिन्न रूपों का निरंतर विकास हुआ है । उन्होंंने इस कार्य में स्वामी दयानन्द सरस्वती के योगदान का स्मरण किया। उन्होंंने दैनिक जीवन में बोली जाने वाली हिंदी में आसान शब्दों के प्रयोग की आवश्यकता पर बल दिया । उन्होंंने कहा कि हिंदी में विभिन्न प्रान्तीय और विदेशी भाषाओं के शब्दों को ग्रहण करने की अभूतपूर्व क्षमता है। इसके बावजूद इस भाषा में कोई दंभ नहीं बल्कि स्वाभिमान झलकता है। उन्होंंने कहा कि हिंदी को और लोकप्रिय बनाने के लिए जरूरी है कि प्रशासनिक और वैज्ञानिक लेखन में भी आसान शब्दों के प्रयोग को बढ़ावा दिया जाए।

 

      बैठक के आरंभ में प्रादेशिक लोक सम्पर्क ब्यूरो की निदेशक श्रीमती ऋतु शुक्ला ने बताया कि ब्यूरो एवं उसके अधीनस्थ सात क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो कार्यालयों में समस्त कार्य हिंदी में किया जा रहा है। इसके साथ ही ब्यूरो ने एक पुस्तकालय की स्थापना भी की है जिसके माध्यम से केन्द्र सरकार के विभिन्न कार्यालयों के कार्मिक लाभान्वित हो रहे हैं। उन्होंंने बताया कि सरकारी कामकाज में हिंदी के इस्तेमाल को बढ़ावा देने के लिए कर्मचारियों को नई पुस्तकें पढ़ने के लिए भी प्रेरित किया जाता है।

 

       बैठक को संबोधित करते हुए पत्र सूचना कार्यालय की अपर महानिदेशक डॅा0 प्रज्ञा पालीवाल गौड़ ने कहा कि हिंदी आत्म सम्मान की प्रतीक है और यह जीवन के सभी पहलुओं से जुड़ी हुई है। उन्होंंने कहा कि हिंदी में सभी भाषाओं का समावेश है और वसुधेव कुटुम्बकम की सच्ची प्रतीक है। डाॅ0 गौड़ ने कहा कि नई प्रौद्योगिकी ने हिंदी को और लोकप्रिय बनाने का कार्य किया है।

 

चर्चित व्यंग्यकार अनुराग वाजपेयी के कुशल संयोजन में आयोजित इस वर्चुअल राजभाषा हिंदी तिमाही बैठक में प्रादेशिक लोक सम्पर्क ब्यूरो के अधीनस्थ सात क्षेत्रीय लोक सम्पर्क ब्यूरो कार्यालयों के अधिकारी एवं कर्मचारियों सहित अनेक हिन्दी सेवियों ने हिस्सा लिया।