अजमेर।  जवाहरलाल नेहरू अस्पताल के शिशु रोग विभाग में लापरवाही की यही स्थिति रही तो बच्चों की मौत का आंकड़ा 400 को पार कर जाएगा। अस्पताल में यह अब तक की सबसे ज्यादा मौतें हो सकती हैं। यहां हो रही मौत के आंकड़े को देखा जाए तो कुछ एेसे ही तस्वीर उभर कर सामने आ रही है। आंकड़ों के अनुसार शिशु रोग विभाग में रोजाना औसतन एक से ज्यादा बच्चों की मौत हो रही है। पिछले सालों की तुलना में वर्ष 2016 में स्थिति ज्यादा खराब है।इस वर्ष महज साढ़े चार महीने में 160 मौत हो चुकी हैं, जो कि चौंकाने वाला आंकड़ा है। इससे अनुमान लगाया जा सकता है कि साल के 365 दिन में मौत का आंकड़ा क्या होगा।

200 से 250 होती हैं मौत

पिछले सालों का रिकॉर्ड देखा जाए शिशु रोग विभाग में साल में 200 से 250 बच्चों की मौत हो रही है। पिछले पांच सालों में से तीन साल बच्चों की मौत 300 से कम रही, जबकि वर्ष 2011 में 369 और वर्ष 2014 में 423 बच्चों की मौत हुई हैं।

यह है मौत का ग्राफ

वर्ष मौत

2011 369

2012 213

2013 244

2014 423

2015 289

2016 160 मौत अब तक