शंघाई। रक्षा मंत्री मनोहर पर्रिकर ने शंघाई में भारतीय समुदाय से बातचीत करने के साथ रक्षा निर्माण क्षेत्र में ‘मेक इन इंडिया’ पहल की जोरदार वकालत की। पर्रिकर एक प्रतिनिधि दल के साथ शनिवार को शंघाई पहुंचे। प्रतिनिधि दल में वाइस एडमिरल सुनील लांबा और सैन्य ऑपरेशंस के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल रणबीर सिंह शामिल हैं। पर्रिकर की शंघाई यात्रा के दौरान भारतीय एसोसिएशन ऑफ शंघाई ने भारतीय वाणिज्य दूतावास के परिसर में एक कार्यक्रम का आयोजन किया, जिसमें सूचना प्रौद्योगिकी, बैंकिंग, वित्त और फार्मास्युटिकल समेत विभिन्न क्षेत्रों के करीब 100 भारतीयों ने हिस्सा लिया। पर्रिकर ने भारतीय समुदाय से बातचीत में कहा कि केन्द्र सरकार उनके हितों की रक्षा के लिए प्रतिबद्ध है। भारत की अर्थव्यवस्था ने महत्वपूर्ण गति पकड़ी है, जिससे मेक इन इंडिया पहल के तहत बड़े निवेशों को आकर्षित करने में सफलता मिली।

उठाएंगे मसूद अजहर का मुद्दा

इस दौरान पर्रिकर ने शंघाई अर्बन प्लैनिंग एग्जीबिशन सेन्टर का दौरा भी किया, जहां उन्हें शंघाई की शहरी योजनाओं की उपलब्धियों, विशेषकर तकनीकी के नवीन इस्तेमाल और स्मार्ट सिटी परिवहन के बारे में जानकारी दी गई। रक्षा मंत्री एक विशेष विमान से होंगकियाओ अंतरराष्ट्रीय हवाईअड्डे से बीजिंग के लिए रवाना हो गए। पर्रिकर ऐसे समय में चीन का दौरा कर रहे हैं, जब संयुक्त राष्ट्र में जैश-ए-मोहम्मद प्रमुख मौलाना मसूद अजहर पर प्रतिबंध के भारत के प्रस्ताव पर चीन के विरोध के बाद दोनों देशों के बीच तल्खी पैदा हो गई है। वह चीनी नेतृत्व के समक्ष यह मुद्दा उठा सकते हैं।

प्रधानमंत्री ली केकियांग से करेंगे मुलाकात

दोनों देशों के बीच रक्षा मंत्री स्तरीय यात्रा आठ वर्ष बाद हो रही है। इससे पहले पूर्व रक्षा मंत्री ए के एंटनी ने वर्ष 2008 में चीन का दौरा किया था। बीजिंग में पर्रिकर चीन के रक्षा मंत्री चांग वानक्वान और केन्द्रीय सैन्य आयोग के वाइस चेयरमैन जनरल फैन चांगलोंग समेत शीर्ष अधिकारियों के साथ उच्च स्तरीय वार्ता करेंगे। वह चीन के प्रधानमंत्री ली केकियांग से भी मुलाकात करेंगे। रक्षा मंत्री पीपुल्स रिपब्लिकन आर्मी ऑफ चाइना के पश्चिमी कमान के सैन्य मुख्यालय का भी दौरा करेंगे। यह कमान भारत से लगी सीमा की देखभाल करती है। गौरतलब है कि राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार अजीत डोभाल दोनों पक्षों के बीच सीमा रेखा के मुद्दे पर 19वें दौर की विशेष प्रतिनिधि स्तरीय वार्ता के लिए अगले सप्ताह चीन आएंगे।