भादरा।.   गोगामेड़ी थाने के गांव परलीका में बुधवार रात एक जने ने पत्नी तथा 14 माह के पुत्र की हत्या कर दी। यद्यपि घटना के कारणों का अभी पता नहीं लग सका है। गांव में तंत्र-मंत्र व नर बलि की चर्चा जोरों पर रही। जबकि आरोपित  ने हत्या की वजह क्रोध बताया है। मगर उसे क्रोध किस बात पर आया, यह उसने नहीं बताया। आरोपित की मां व भाई कई वर्ष पहले आत्महत्या कर चुके हैं। पुलिस के अनुसार रामकिशन जाट पुत्र हेतराम कस्वां ने रात को किसी समय भारी वस्तु का प्रहार कर पत्नी रचना देवी (25) तथा 14 माह के पुत्र सुनील उर्फ गोलू की हत्या कर दी। घटना के बाद सुबह आरोपित घूमने निकल गया। मृतका रचना देवी गांव के एक घर से रोज दूध लाया करती थी। जब सुबह काफी देर तक वह दूध लाने नहीं पहुंची तो पड़ोसन खुद ही दूध देने रचना देवी के घर आई। घर के आंगन में शव व खून बिखरा देखकर वह वापस लौट गई तथा आस-पड़ोस में इसकी जानकारी दी। इस पर पड़ोसियों ने पुलिस को सूचना दी तो एएसआई मक्खन सिंह मय जाब्ते घटनास्थल पहुंचे। घर में रामकिशन जाट आराम से चारपाई पर सोया हुआ पाया। उसके चेहरे व हाव-भाव से घटना को लेकर कोई दुख नहीं दिखा। पूछताछ के बाद रामकिशन को गिरफ्तार कर लिया गया।  आरोपित का विवाह रचना देवी से तीन वर्ष पहले हुआ था। सूचना मिलने पर भट्टू (हरियाणा ) के गांव किरढाण से पीहर पक्ष के लोग परलीका पहुंचे। उनके आने के बाद शवों को आंगन से हटाकर नोहर के राजकीय चिकित्सालय पहुंचाया। पोस्टमार्टम के बाद पीहर पक्ष की सहमति से परलीका में ही दोनों का अंतिम संस्कार करवा दिया गया। मृतका रचना देवी के चाचा लीलूराम जाट की रिपोर्ट पर रामकिशन के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया।

मां-भाई ने की आत्महत्या

आरोपित रामकिशन के परिवार में उसकी पत्नी व बच्चा ही था। उसकी मां ने कई वर्ष पहले फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली थी। उसका एक जुड़वां भाई था, उसने भी चार-पांच साल पहले खेत के कुंड में डूबकर खुदकुशी कर ली थी। जबकि पिता हेतराम कस्वां की बीमारी के कारण मौत हो चुकी है। आरोपित की आर्थिक स्थिति ठीक ठाक है। उसके पास करीब 16 बीघा जमीन है।

तंत्र-मंत्र का शक

ग्रामीणों के अनुसार आरोपित रामकिशन एकाकी स्वभाव का है। वह बहुत पूजा पाठ करता था। इसलिए संदेह है कि उसने अंधविश्वास के कारण कहीं तंत्र-मंत्र के फेर में पत्नी व बच्चे की हत्या तो नहीं कर दी। गोगामेड़ी थाना प्रभारी नरेश गेरा ने बताया कि आरोपित की पारिवारिक पृष्ठभूमि ऐसी है, जिससे उसकी मानसिक स्थिति प्रभावित हो सकती है।