लॉयन न्यूज, बीकानेर। चर्चा का विषय बनी हुई हुई जीरो सेवन गैंग के बारे में कई साइड स्टोरी सामने आ रही है। आमजन को परेशान करने वाली इस गैंग के सदस्य अलग-अलग मुकदमों में कभी किसी तो कभी किसी जांच अधिकारी के हत्थे चढ़ रहे हैं। अब तक इस गैंग के तीन सदस्य पुलिस के हत्थे चढ़ चुके हैं वहीं एक विकिया उर्फ विक्रम अभी भी फरार है। आज तीनों आरोपियों को एसआई अजय कुमार जेसी करवाके आए। इसके बाद चोरी के एक अन्य मामले में जांच अधिकारी एचसी जगदीश विश्रोई महेन्द्र को प्रॉडक्शन वारंट पर ले आए। यहां साइड स्टोरी यह है कि अजय कुमार द्वारा जेसी करवाने पर जैसे ही तीनों आरोपी जेल पहुंचे पीछे-पीछे एचसी जगदीश प्रॉडक्शन वारंट लेकर जेल पहुंच गए और उठा लाए गैंग के मुख्य सदस्य महेन्द्र को। इस गैंग की सबसे बड़ी साइड स्टोरी यह है कि ये शातिर चोर सिर्फ दिन के समय में ही चोरी करते हैं और तो और चोरी भी सलेक्टेड तीन-चार कॉलोनियों में ही करते है। इसके पीछे कारण इन कॉलोनियों के बारे में इनकी अच्छी जानकारी को बताया जा रहा है। बंगलानगर निवासी जमना देवी के यहां चोरी के मामले में महेन्द्र व अनिल शर्मा से पुलिस ने आभूषणों में करीब अस्सी प्रतिशत बरामदगी कर ली है। वहीं नकद अभी तक बरामद नहीं हो पाया है। यहां साइड स्टोरी यह है कि नकद आने की संभावना भी नहीं है। उल्लेखनीय है कि चोर अक्सर पहले नकद खर्च करते हैं बाद में माल बेचकर खाते हैं। पुलिस ने महेन्द्र से करबी 450 ग्राम से ज्यादा चांदी के आभूषण बरामद किए हैं तो वहीं अनिल से सोने के आभूषण बरामद हुए हैं। यहां साइड स्टोरी यह है कि अनिल मुक्ताप्रसाद में ही मोबाईल एसेसरीज की दुकान करता है और इसी दुकान में उसने चोरी का माल छिपा रखा था। वहीं महेन्द्र ने अपने घर पर चांदी का सामान छिपा रखा था। वहीं रामपुरा में हुई चोरी मामले में जांच अधिकारी एचसी जगदीश विश्रोई ने जसिया से एक सोने की अंगूठी बरामद कर ली थी, वहीं अब महेन्द्र से बरामदगी करने के लिए उसे गिरफ्तार किया है। आमजन के लिए परेशानी बन चुके इस जीरो सेवन गैंग के बारे में साइड स्टोरी यह है कि इसके सदस्य कुछ दिन तो गिरफ्तार ही होते रहेंगे। बताया जा रहा है कि इन दो मुकदमों के अलावा और भी चोरी के मुकदमे हैं जिनमें एक के बाद एक जांच अधिकारी इन्हें गिरफ्तार करते रहेंगे।