लॉयन न्यूज,बीकानेर,4 मई।जमीअत उलमा-ए-हिन्द की स्थानीय शाखा के महासचिव मौलाना मोहम्मद इरशाद क़ासमी ने बताया कि हज एक अहम और मुक़द्दस फऱीज़ा है,जो जिंदगी में एक ही बार फजऱ् होता है। इसको अदा करने में लाखों रुपये भी लगते हैं और हाजी और हज्जन एक महीने से ज़्यादा अपने घरवालों से दूर दूसरे वतन जाकर इस फऱीज़े को अदा करते हैं। इसलिए हमें पूरे हज को सीखकर और समझकर जाना चाहिए वरना लाखो रुपये लगाने के बावजूद हाजी वहाँ की रूहानियत से महरूम हो जाता है। इसलिए हर साल आजमीने हज के लिए हज शिविर रखा जाता है ताकि फरीजा ए हज मुकम्मल तौर पर अदा हो सके, क़ासमी के मुताबिक़ इस शिविर में हज के ट्रेनर के तौर पर मौलाना अ.रहीम साहब, हाजी जमील मुगल,हाजी इंसाफ अली और हाजी सैयद अख़्तर अली मोजूद रहेंगे।। यह खडग़ावतों के मोहल्ले में स्थित मदरसा तालीमुल इस्लाम मे होगा।