लॉयन न्यूज नागौर। अखिल भारत वर्षीय दिगम्बर जैन महासभा के अध्यक्ष व डेह के जाए जन्मे स्वर्गीय निर्मलकुमारजी सेठी की तृतीय पूण्य तिथि जैन धरोहर दिवस के रूप में मनाई ।

स्वर्गीय निर्मलकुमारजी सेठी की आज तृतीय पूण्य तिथी को सकल विश्व के जैन समाज ने जैन धरोहर दिवस के रूप में मनाए जाने के साथ ही सकल जैन समाज डेह में भी श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया गया । सभा समाज के अध्यक्ष पुखराज सेठी की अध्यक्षता में रखी गई जिसमें पूजा सेठी , मंजू पाटनी , मंजू सेठी , चंद्रा सबलावत , रेखा सेठी , सुनीता सबलावत , सुनीता सेठी आदि ने श्रदांजलि भजन प्रस्तुत किया तो सुभाषजी बडज़ात्या ने कहा कि निर्मलकुमारजी सेठी ने अपनी पूरी जिंदगी जैन धर्म की श्रीवृद्धि में लगादी । सेठीजी ने कभी पीछे मुड़ कर नहीं देखा तथा देश से विदेश तक जैन धर्म के प्रचार प्रसार व जीर्णोद्वार के लिए सतत प्रयास करते रहे । उनकी एक खूबी यह भी थी कि जो भी डेह का बेरोजगार उनके पास पहुंचा ,उसको अपनी मील में रोजगार देकर सहारा दिया , उनको मेने कभी खाली नहीं देखा तथा हर दिन के लगभग उनके कार्यक्रम तय रहते थे। ्रचन्द्रप्रभु जिनालय के अध्यक्ष पवन पहाडिय़ा ने बताया कि दिवंगत सेठीजी डेह समाज के ही नहीं सकल दिगम्बर जैन समाज के गौरव थे । उनकी शालीनता , निर्मलता व कर्मठता के चलते अखिल भारतवर्षीय दिगम्बर जैन महासभा में चालीस वर्षों तक अध्यक्ष पद पर सेवाएं देने का सौभाग्य उन्हें प्राप्त हुआ । यथा नाम तथा गुण के रहते इतने बड़े पद पर पदासीन सेठीजी अंतिम लाइन में खड़े व्यक्ति से भी उसी तरह मिलते जितना किसी बड़े आदमी से मिलकर खुश होते थे ।
पहाडिय़ा ने कहा कि हमें गर्व है कि इतनी बड़ी हस्ती डेह में पैदा हुई । श्रदांजलि सभा मे उनके परिवार के भाई सन्तोष सेठी व उनकी धर्मपत्नी श्रीमती मंजू देवी भी उपस्थित थे ।

श्री दिगम्बर जैन महासभा के आव्हान पर समूचे भारत भर में उनकी पूण्य स्मृति में आज का दिन जैन धरोहर दिवस घोषित किया गया । इस सभा मे समाज के सुभाष पहाडिय़ा , किशोरकुमार सेठी , सुनीलकुमार पांड्या , विजयकुमार पाटनी , शांतिलाल सबलावत , महावीरप्रसाद पांड्या , दिनेशकुमार बडज़ात्या , पवनकुमार सेठी , मनोजकुमार पहाडिय़ा , मंजूदेवी कासलीवाल ,सौभा देवी बडज़ात्या , कल्पना देवी बडज़ात्या सहित कई गणमान्य नागरिक उपस्थित रहे । अध्यक्ष पुखराज सेठी ने सभी का आभार व्यक्त किया । कार्यक्रम का संचालन सुभाष बडज़ात्या व पवन पहाडिय़ा ने किया ।