राजस्थान में चुनावी रण के नजारें
डंके की चोट पर,निकल चुका है तीर कमान से
लॉयन न्यूज,बीकानेर,9 अप्रैल। चुनावी रण में सुस्त चाल से चल रही कांग्रेस के लिए मुसीबतें कम नहीं हो रही है। बांसवाड़ की सीट पर अब कांग्रेस संकट में है। जहां पर कांग्रेस से नामांकन करने वाले अरविंद डामोर को लेकर कल सोमवार को दिनभर ड्रामा चलता रहा। जिसके बाद डामोर को पार्टी से निकाल दिया लेकिन डामोर ने अपना नाम वापस नहीं लिया है। ऐसे में अब कांग्रेस द्वारा भारतीय आदिवासी पाटी्र से गठबंधन के बावजूद भी प्रत्याशी कांग्रेस के सिंबल पर ही चुनाव लड़ेंगे हालांकि डामोर को पार्टी ने 6 साल के लिए निषकासित कर दिया है।

 

दिनभर ड्रामे के बाद देर शाम को डामोर खुद सामने आए और अपने ही नेताओं पर जमकर हमला किया। डामोर ने किया जब आगे कर दिया और नामांकन हो गया तो फिर अब नाम वापस का सवाल नहीं उठता है।
सोमवार को दिनभर फोन स्वीच ऑफ रखने के बाद देर शाम को डामोर घर आए, तो कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के खिलाफ जमकर भड़ास निकाली और साफ कहा कि अब तो तीर कमान से निकल चुका है और सिंबल पर चुनाव लडूंगा।

 

डामोर से जब नामांकन वापस नहीं लेने का सवाल पूछा गया तो कहा कि आलाकमान को नामांकन वापस खिंचवाना ही था तो पहले बता देते। कांग्रेस पार्टी के भारतीय आदिवासी पार्टी (बाप) को समर्थन करने पर डामोर ने कहा कि पार्टी अपने बयान पर स्टैंड रहे, मैं अपने बयान पर स्टैंड हूं। अगर फॉर्म वापस लेना था तो जिस दिन भरा उसी दिन कह देते ताकि फॉर्म नहीं भरता।

 

डामोर बोले कि जिलाध्यक्ष और बामनिया जी कहते हैं कि बाप पार्टी का समर्थन करेंगे, तो मैं पूछना चाहता हूं कि सिंबल तो कांग्रेस का मेरे पास है, वो बाप पार्टी का प्रचार कैसे करेंगे। क्या वो घर-घर जाएंगे और कांग्रेस को वोट मत देना ऐसा कहेंगे। अब तीर कमान से निकल चुका है और मैं पूरी तरह से मैदान में खड़ा चुनाव लडूंगा डंके की चोट पर। हमारे युवा है जिनकी विचारधारा कांग्रेस की है उनके लिए मैं लडूंगा।