नई दिल्ली। कम पैदावार के बीच सरकार दलहन के न्यूनतम समर्थन मूल्य (एमएसपी) में भारी वृद्धि कर सकती है। इससे आने वाले दिनों में दालें और महंगी हो जाएंगी। कृषि लागत व मूल्य आयोग (सीएसीपी) ने दलहन के समर्थन मूल्य में 200 रुपए प्रति क्विंटल  की वृद्धि की सिफारिश की है। धान के समर्थन मूल्य में महज 60 रुपए प्रति क्विंटल की बढ़त की सिफारिश की गई है। सीएसीपी की यह सिफारिश खरीफ सीजन की 14 फसलों के समर्थन मूल्य के लिए है। एमएसपी निर्धारित करने के लिए सीएसीपी अपनी सिफारिशें करता है, जिसे कैबिनेट की मंजूरी के बाद घोषित कर दिया जाता है। सीएसीपी की सिफारिशों के मुताबिक धान का मूल्य 60 रुपए बढ़कर 1470 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा। जबकि ए ग्रेड के धान का मूल्य 1510 रुपए प्रति क्विंटल होगा। चालू खरीफ सीजन के लिए सरकार ने कुल 14 फसलों के एमएसपी की सिफारिश की है। इनमें धान, मोटे अनाज, दलहन, तिलहन व कपास जैसी प्रमुख फसलें शामिल हैं।

अरहर का एमएसपी

आयोग ने दलहन की फसलों में 200 रुपए प्रति क्विंटल की भारी वृद्धि की सिफारिश की है। इसके साथ ही अरहर का मूल्य 4625 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा। खुले बाजार में अरहर दाल का मूल्य 150 रुपए प्रति किलो बोली जा रही है। दरअसल अरहर दाल के मूल्य में तेजी का कारण घरेलू उत्पादन में कमी का होना है।

150 रुपए की सिफारिश

आयोग ने मूंग व उड़द का मूल्य 150 रुपये बढ़ाने की सिफारिश की है। इससे मूंग का समर्थन मूल्य 4800 रुपए और उड़द का 4575 रुपए प्रति क्विंटल हो जाएगा। कृषि मंत्रालय ने आयोग की सिफारिशों को राज्य सरकारों के पास राय लेने के लिए भेज दिया है। दलहन फसलों की खेती को प्रोत्साहित करेंगे।

पैदावार की स्थिति

चालू फसल वर्ष में कुल 1.73 करोड़ टन दलहन की पैदावार का अनुमान है जो पिछले फसल वर्ष के 1.71 करोड़ टन के मुकाबले अधिक है। लेकिन 2013-14 में 1.93 करोड़ टन पैदावार हुई थी।