जमशेदपुर/मुंबई. टीवी एक्ट्रेस प्रत्यूषा बनर्जी की मौत के बाद रोजाना नई बातें सामने आ रही हैं।  प्रत्यूषा के पेरेन्ट्स को पता चला कि राहुल ने उसे धमकी देता था कि किसी से कुछ कहा तो तुम्हारे माता-पिता को जान से मार डालूंगा। मौत से 3 दिन पहले 28 मार्च को मां से फोन पर पूछा था, ‘मैं टीवी सीरियल छोड़कर घर लौट आऊं, तो क्या तुम मुझे साथ रखोगी?
जीवन भर रखूंगी साथ…
मां ने जवाब दिया था- तुम बचपन से ही टीवी में जाना चाहती थी प्रत्यूषा।
मेरी बेटी हो प्रत्यूषा। मैं तुम्हें जीवनभर अपने साथ रखूंगी।’
– बेटी को इंसाफ मिले इसलिए मां शोमा और पिता शंकर बनर्जी मुंबई में डेरा डाले हुए हैं। टीवी की दीवानगी ने प्रत्यूषा को मुंबई पहुंचाया था।
– पेरेन्ट्स कहते हैं, ‘जब 5-6 साल की थी, तब जिद करती थी कि मुझे टीवी में घुसना है। जबरन घुसने की कोशिश भी करती थी।’
– मां का कहना है कि “वह कभी भी सुसाइड नहीं कर सकती।”
– प्रत्यूषा के पिता शंकर बनर्जी का आरोप है कि मेरी बेटी को राहुल राज सिंह ने बंधक बना लिया था।
– उन्होंने कहा, “हम जब प्रत्यूषा की मौत के बाद मुंबई पहुंचे तो उसके कई दोस्तों ने बताया कि प्रत्यूषा आप लोगों से कुछ कहना चाहती थी, लेकिन राहुल के प्रेशर की वजह से कुछ कह नहीं पाती थी।”
– दोस्तों के मुताबिक, “राहुल ने उसे धमकी दी थी कि किसी से कुछ कहा तो तुम्हारे माता-पिता को जान से मार दूंगा।”
 ‘अपने करियर को लेकर बेहद सतर्क थी प्रत्यूषा’
– प्रत्यूषा के चाचा किंशुक मुखर्जी ने मुताबिक, वह तीन महीने से काफी परेशान थी।
– किंशुक बताते हैं, ‘राहुल ने उसे जमशेदपुर आने को मना किया था। उसे हिदायत दी थी कि वह अपने किसी रिश्तेदार को मुंबई ना बुलाए।’
– ‘राहुल साजिश के तहत प्रत्यूषा को परिवार से दूर कर रहा था। उसने प्रत्यूषा से क्रेडिट व एटीएम कार्ड भी छीन लिया था।’
– चाची राजश्री के मुताबिक, मुंबई में रहने वाले टीवी सीरियल के कलाकार लक्की नरूला को प्रत्यूषा भाई मानती थी।
– ‘राहुल ने लक्की को भी प्रत्यूषा से दूर कर दिया था। उसने बहुत टॉर्चर किया। लेकिन वह अपने करियर को लेकर बेहद सजग थी। वह बहादुर और जुनूनी थी।’
 ‘वो किसी को तकलीफ नहीं दे सकती थी’
 – प्रत्यूषा के बिहेवियर के बारे में किंशुक बताते हैं, ‘एक्टिंग में भी वह दूसरों को तकलीफ देने से बचना चाहती थी।’
– ‘एक सीरियल में उसे डायन की भूमिका मिली थी। यह रोल निगेटिव था, जिसमें उसे एक बच्चे को चाकू मारना था।’
– ‘उसने मुझसे कहा कि चाचू, मैं ऐसा रोल नहीं करना चाहती। मैंने कहा- हर तरह के रोल करने से तुम्हारी कला और निखरेगी? जिसकी सोच ऐसी हो, वह इस तरह मौत को गले नहीं लगा सकती।’