जयपुर। महिलाओं की सहायता के लिए पुलिस, जिला प्रशासन, राज्य महिला आयोग ने कई हेल्पलाइन डेस्क बना रखी हैं। इसके बावजूद, महिलाएं इनके नंबरों से ही अनजान हैं।   शहर के अलग-अलग इलाकों में रविवार को 15 वर्ष की बालिका से लेकर 50 वर्ष की 500 महिलाओं पर सर्वे किया। जयपुर ही नहीं अजमेर, नागौर, झुंझुनूं, अलवर की कॉलेज में पढऩे वाली छात्रा, गृहणी, नौकरीपेशा महिलाओं को सर्वे में शामिल किया। इसमें 500 में से 400 महिलाओं को महिला हेल्पलाइन डेस्क की जानकारी ही नहीं थी। बाकी 100 में से केवल 50 के फोन में ही हेल्पलाइन का नंबर सेव मिला। केवल 5 लड़कियों ने हेल्पलाइन से मदद ली।

हर रोज घटनाएं, कब तक करें शिकायत

बातचीत में लड़कियों ने स्वीकार किया कि बस, ऑटो या अन्य परिवहन के साधनों में लड़के जानबूझकर स्पर्श करते हैं। टोकने पर भीड़ का बहाना बना देते हैं। वहीं, सड़क पर चलते समय  कुछ अपशब्द कहकर गुजरते हैं। वह ऑटो, बस में हेल्पलाइन के नंबर लिखे होने के बावजूद मदद के लिए फोन क्यों नहीं करती। राजस्थान विश्वविद्यालय की छात्रा गुंजन ने कहा कि हर दिन ऐसी समस्या से दो-चार होना पड़ता है। कब तक हेल्पलाइन नंबर या घरवालों से शिकायत करे?

आए दिन छेड़छाड़, जागरुकता नहीं 

हाल ही में ब्रिटिश संस्था एक्शन एड ने देशभर में महिलाओं पर ऑनलाइन सर्वे किया था। इसमें प्रदेश की 75.18त्न महिलाओं ने कभी न कभी छेड़छाड़ या उत्पीडऩ होना स्वीकार किया था।  उन्होंने बताया कि बस, ऑटो, पार्क, स्कूल-कॉलेज आते-जाते, कॉलेज परिसर में प्रताडऩा सहनी पड़ती है। फिर वह सुरक्षा के प्रति जागरूक नहीं हैं।

सहें नहीं, फोन करें

आए दिन मनचलों की गलत हरकतों का शिकार होने से अच्छा है कि उसके खिलाफ कदम उठाएं। आपकी मदद के लिए  तीन हेल्पलाइन डेस्क कार्य कर रही हैं। 1090, 1091,181,1800-180-67814, 0141-2744000, 7891091111 में से किसी भी एक नंबर पर फोन करके शिकायत कर सकती हैं।