अजमेर।   आयुर्वेद विभाग में कार्यरत चिकित्सकों का बरसों पुराना पदोन्नति का सपना अब शीघ्र पूरा होने वाला है। हालांकि यह सपना लिए कई चिकित्सक सेवानिवृत्त हो गए तो कुछ अब जीवित ही नहीं हैं। राज्य सरकार ने लगभग 8 साल के बाद इन चिकित्सकों को तरक्की देने की सुध ली है।राज्य में आयुर्वेद विभाग में 3700 से अधिक चिकित्सक के पद स्वीकृत हैं। इसमें 3000 हजार के करीब चिकित्सक कार्यरत है। आयुर्वेद चिकित्सकों की 2007-2008 के बाद से पदोन्नति नहीं हुई। इसके कारण आयुर्वेद उप निदेशक से लेकर जिला आयुर्वेद अधिकारी जैसे महत्वपूर्ण पदों पर आयुर्वेद चिकित्सक पातेय वेतन पर सेवाएं दे रहे हैं। कई चिकित्सक इन पदों से सेवानिवृत्त हो चुके हैं तो कुछ होने वाले है। लेकिन उनका पदनाम आयुर्वेद चिकित्सक ही है। आयुर्वेद निदेशालय में इन दिनों आयुर्वेद चिकित्सकों की वरिष्ठता सूची तैयार की जा रही है। इससे कई चिकित्सक पदोन्नत होंगे।

वरीयता सूची पर था विवाद

सरकार ने करीब 8 साल पहले सेवा नियमों में संशोधन किया था। इसके तहत जिला आयुर्वेद अधिकारी के 50 फीसदी पद सीधी भर्ती से और शेष पद पदोन्नति से भरने का निर्णय किया गया। चिकित्सकों के विरोध के चलते सरकार को यह निर्णय वापस लेना पड़ा। इसके बाद चिकित्सकों की वरीयता सूची को लेकर विवाद न्यायालय में चला गया। गत दिनों न्यायालय में मामला सुलझने के बाद अब आयुर्वेद चिकित्सकों पदोन्नति की कवायद शुरू की गई है।