जयपुर।  उसका कुसूर सिर्फ इतना था कि पिता दहेज में 51 हजार रुपए नहीं दे पाए। ससुरालवालों और पति ने ऐसा जुल्म ढाया कि रूह कांप जाए। माथे का सिंदूर मिटाया और ललाट पर लिख दिया ‘मेरा बाप चोर’। दर्द की यह दास्तां है आमेर थाना क्षेत्र निवासी ममता (परिवर्तित नाम) की। उसकी जिंदगी नरक से भी बदतर बनाने वाले अलवर के राजगढ़ स्थित रैणी के रहने वाले हैं। ममता के साथ ससुरालवालों का अत्याचार यहीं पर नहीं थमा। उन्होंने उसके हाथों पर, जांघों पर गालियां गुदवा डालीं।

हाथ-पैर बांधे, मुंह में कपड़ा ठूंसा और मशीन से गोदी अभद्र भाषा

ममता ने बताया कि पति और तीन जेठों ने उसे कुछ सुंघा दिया। फिर उसके हाथ-पैर बांध दिए और मुंह में कपड़ा ठूंस दिया। मशीन से शरीर पर कई जगह गोद दिया। पिता का नाम लिख गालियां भी लिख दीं। एक जेठ ने दोनों पैरों पर घुटने से ऊपर चाकू से भी गोद दिया था। ममता के पिता ने बताया कि 14 जनवरी 2015 को बेटी की शादी अलवर के राजगढ़ स्थित रैणी निवासी जग्गू से की थी। शादी के छह माह बाद ही ससुराल वाले बेटी को दहेज के लिए परेशान करने लगे। महीनों तक उसने अत्याचार सहा। मैं बेटी के ससुराल पहुंचा तो उसकी हालत देख पैरों तले जमीन खिसक गई। बेटी को घर ले आए। बेटी के माथे पर चूना और तेजाब लगाकर लिखी बातों को मिटाया और हाथों पर मशीन से गुदवाकर लिखावट मिटा दी।

छानबीन शुरू की तो रात को केस दर्ज

 शाम को मामले की छानबीन शुरू की तो महिला थाना उत्तर ने रात को मामले में केस दर्ज कर लिया। दो लोगों के खिलाफ सामूहिक दुष्कर्म का मामला दर्ज किया गया है। इससे पहले पिता ने बताया कि जब उन्होंने बेटी की हालत देखी तो उसी समय अलवर के रैणी थाने पहुंचे थे। वहां पुलिस वालों ने कहा था कि इसके ससुराल वाले यहां के हैं। हम पकड़ भी लेंगे तो छूट जाएंगे। तुम इनके खिलाफ तुम्हारे (आमेर थाना) क्षेत्र के थाने में रिपोर्ट दर्ज कराओ।