सीकर।    शहर में कई जगह बर्फ तैयार करने का अवैध व्यापार फल-फूल रहा है। जिसकी भनक प्रशासन को भी नहीं है। बर्फ तैयार करने में जंग लगे खांचों का इस्तेमाल हो रहा है। वहीं जिस पानी से बर्फ बन रही है। उसकी शुद्धता का भी ध्यान नहीं रखा जा रहा है। जब रविवार को शहर के कुछ हिस्सों का जायजा लिया तो स्थिति चौंकाने वाली मिली। एक घर में बर्फ की सिल्लियां तैयार हो रही थीं। इसके लिए बाकायदा कुएं का पानी इस्तेमाल हो रहा था। लेकिन, बर्फ के लिए जहां पानी एकत्रित किया जा रहा था। वहां कीडे़-मकौडे़ घूम रहे थे। इतना ही नहीं सिल्लियों के लिए जो खांचे काम में लिए जा रहे थे। वो भी जंग लगने से पीले हो रखे  थे।फैली गंदगी पर जब फर्म मालिक से बात की गई तो जवाब मिला कि ढ़ाई सौ की सिल्ली डेढ़ सौ में दे रहे हैं। ज्यादा सफाई रखने में पैसा ज्यादा लगता है। एेसे ही हालात बाकी बर्फ फैक्ट्रियों में देखने को मिले।

आइसक्रीम में मिला रहे केमिकल

इस्लामिया स्कूल व रामलीला मैदान के पास बच्चों के लिए तैयार हो रही आइसक्रीम में मजदूर केमिकल मिला रहे थे। पूछने पर बताया गया कि इससे रंग गाढ़ा होता है और  मिठास बढ़ जाती है।

जिम्मेदारों के खोखले वादे

सीएमएचओ, डा. एसएस अग्रवाल का कहना है कि अभियान चलाकर जल्द ही इन पर शिकंजा कसा जाएगा। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।