लॉयन न्यूज, चूरू। मंत्रालयिक कर्मचारियों का कैडर स्ट्रेंथ संशोधित कराने सहित अन्य 11 सूत्री मांग पत्र को लेकर पंचायतीराज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन (पंजी) ने सीएम व ग्रामीण विकास एवं पंचायत राज मंत्री के नाम जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में बताया कि ग्राम पंचायत से लेकर विभाग स्तर पर कार्यरत मंत्रालयिक ंसंवर्ग के कर्मचारी शासन की रिढ़ है। पंचायत राज संस्था के प्रत्येक कर्मचारी को कम से कम तीन पदोन्नति के अवसर उपलब्ध कराए जाएंगे।

पंचायत समिति व जिला परिषद में मंत्रालयिक संवर्ग में तीसरी पदोन्नति के लिए पद ही उपलब्ध नहीं है। ग्राम पंचायतों में पदस्थापित कनिष्ठ लिपिकों के लिए पदोन्नति का कोई उपलब्ध नहीं है। इसके अलावा कैडर स्टें्रथ का रिव्यू, जॉब चार्ट का पुनरीक्षण, लिपिक गे्रड द्वितीय की शैक्षिक योग्यता में वृद्धि, ग्राम पंचायतों में पदस्थापित कनिष्ठ लिपिकों का स्थायीकरण, कनिष्ठ लिपिक भर्ती 2013 के विज्ञापित पदों पर पूर्ण भर्ती की जाए, वर्ष2013 की कनिष्ठ लिपिक भर्ती में महिलाओं का विशेष ध्यान रखा जाए व राज्य स्तर पर वरिष्ठता का संधारण आदि मांगे मानी जाए।

इस मौके पर रणजीतसिंह साण, विजेंद्रसिंह पूनिया, तुलसीराम जोशी, सुमित सिहाग, पवन कुमार, किशनसिंह राठौड़ व चंद्रभान पूनियां आदि मौजूद थे। सरदारशहर. पंचायतीराज मंत्रालयिक कर्मचारी संगठन (राजस्थान) की तहसील शाखा से जुड़े मंत्रालयिक कर्मचारियों ने मंगलवार को 11 सूत्री मांगों को लेकर एसडीएम को सीएम के नाम ज्ञापन सौंपा।ब्लॉक अध्यक्ष किशनसिंह राठौड़ के नेतृत्व में सौंपे गए ज्ञापन में 11 सूत्री मांगों का उल्लेख किया गया। ज्ञापन देने वालों में पवनकुमार शर्मा, रामेश्वरलाल, पूनमसिंह, पूर्णाराम, भैराराम, शिवभगवान व महेंद्र कुमार अािद शामिल थे।

तारानगर पंचायती राज मंत्रालयिक कर्मचारियों ने मांगों को लेकर 11 सूत्री मांगों का निराकरण करने की मांग की। उन्होंने ज्ञापन में जॉब कार्ड का पुनरीक्षण, लिपिक गे्रड द्वितीय की शैक्षणिक योग्यता में वृद्धि, कनिष्ठ लिपिक भर्ती 2013 के विज्ञापित सभी पदों पर भर्ती पूर्ण, ग्राम पंचायतों में पद स्थापित कनिष्ठ लिपिकों का वेतन एरियर का भुगतान, राज्य स्तर पर वरिष्ठता का संधारण, विकास अधिकारी के 25 प्रतिशत पदों पर मंत्रालयिक संवर्ग का पदोन्नति का कोटा निश्चित करने की मांग की है।

ज्ञापन देने वालों में रिड़मल, दरिया सिंह, भगवानाराम, नरेन्द्र बलौदा, रतनलाल, कृष्ण कुमार, नरसिंह, मायादेवी, अमृत देवी, धनराज, शिवकुमार, लोकेन्द्र शामिल थे।