लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। क्षेत्रीय भाजपा के सांसद निहालचंद मेघवाल ने केन्द्रीय पंचायती राज्यमंत्री के पद पर रहते श्रीगंगानगर में से होकर निकलने वाली नेशनल हाइवे रोड के नवनिर्माण का शिलान्यास किया था। हाइवे पर 6.38 करोड़ की लागत से सीसी रोड बनाने का कार्य निहालचंद ने ही मंजूर करवाया था। पिछले वर्ष मार्च माह में सुखाडिय़ा सर्किल पर आयोजित एक कार्यक्रम में उन्होंने इस रोड का शिलान्यास किया। इसका ठेका लेने वाली फर्म ने बड़ी द्रुत गति से कार्य करवाया। अब निहालचंद केन्द्रीय मंत्री नहीं है। खराब परफोर्मेंस के कारण पीएम नरेन्द्र मोदी ने मंत्रीमण्डल के फेरबदल में उन्हें हटा दिया था।

सांसद निहालचंद के एक खास चहेते भाजपा नेता मनीष गर्ग ने इस रोड के घटिया निर्माण की शिकायत भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो को की है। उन्होंने यह शिकायत ब्यूरो की स्थानीय चौकी मेें आरटीआई से जुटाये दस्तावेजी प्रमाण के साथ की थी। यह दस्तावेज मनीष गर्ग ने सार्वजनिक निर्माण विभाग से हासिल किये थे, जिसने सड़क निर्माण के दौरान प्रयुक्त की जा रही सामग्री के सैम्पल लिये थे। इन दस्तावेजों से पता चला कि निर्माण सामग्री के कईं सैम्पल फेल हो गये थे। बावजूद इसके विभाग ने ठेकेदार फर्म को काफी रकम का भुगतान भी कर दिया। यह शिकायत करने पर ब्यूरो की स्थानीय चौकी में कोई हलचल नहीं हुई। लिहाजा मनीष गर्ग ने जयपुर में ब्यूरो के मुख्यालय को भी शिकायत कर दी।

ब्यूरो मुख्यालय के निर्देश पर स्थानीय चौकी स्टाफ गुरुवार को सक्रिय हुआ। शिकायत करने वाले मनीष गर्ग को ब्यान देने के लिए बुलाया गया। मनीष गर्ग के अलावा कांग्रेस पार्षद सलीम अली चौपदार के भी ब्यूरो ने ब्यान दर्ज किये हैं। चौपदार ने भी घटिया निर्माण होने की शिकायत की थी। खास बात ये है कि इससे पूर्व गौशाला रोड पर एक ज्वैलरी शोरूम के संचालक परिवार के बुजुर्ग ने भी तब शिकायत की थी, जब इस रोड का निर्माण कार्य चल रहा था। उन्होंने राज्य सरकार के सम्पर्क पोर्टल पर शिकायत की थी। उस शिकायत पर कोई जांच हुई या नहीं, इसका आज तक कोई अता-पता नहीं है।

अलबत्ता सार्वजनिक निर्माण विभाग ने जो सैम्पल लिये थे, उसके फेल हो जाने के बाद सम्भावना थी कि ठेकेदार फर्म पर कार्रवाई की जायेगी। जहां-जहां घटिया सामग्री प्रयुक्त हुई है, वहां सड़क दोबारा बनवाने की सम्भावना थी, लेकिन ठेकेदार से यह काम करवाने की बजाय उसे काफी भुगतान कर दिया गया। एसीबी ने भी अभी शुरूआत ब्यान ही दिये हैं। जांच पूरी तरह से उसने भी शुरू नहीं की। दिलचस्प बात यह है कि केन्द्रीय मंत्री रहते निहालचंद ने शिलान्यास करते हुए दावा किया था कि सड़क का निर्माण उच्च गुणवत्ता वाला होगा। दूसरी ओर भाजपा के नेता ही शिकायत कर रहे हैं कि रोड का निर्माण बेहद घटिया हुई है और इसमें घपल्ला हुआ है।