लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। राष्ट्रीय टीकाकरण सारणी में गुरुवार से दस्त रोग प्रतिरक्षक रोटा वायरस वैक्सीन भी शामिल हो जाएगी। इसी के साथ राज्य में बच्चों को रोटा वायरस वैक्सीन की पांच गुलाबी बूंदे 6, 10 और 14 सप्ताह की उम्र में नियमित टीकाकरण के साथ पिलाई जाएगी। इसी को लेकर बुधवार को चिकित्सा एवं स्वास्थ्य विभाग ने जागरूक रैली निकाली। रैली को मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी, डिप्टी सीएमएचओ ने हरि झंडी दिखाई।

दो वर्ष तक के बच्चों की अकाल मृत्यु में दस्त मुख्य कारण होता है, लिहाजा केंद्र सरकार ने रोटा वायरस वैक्सीन को टीकाकरण कार्यक्रम में शामिल करने का निर्णय लिया है। यह ऑरल वैक्सीन है, यानी पोलियो बूंद की तरह बच्चों को मुंह के जरिए पांच बूंदें दवा के रूप में दी जाएगी। यह दवा जिले के सभी जिला अस्पताल, सीएचसी, पीएचसी, सब सेंटर, आंगनबाड़ी केंद्र आदि पर पिलाई जाएगी। मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी ने बताया कि देश में 3.3 लाख बच्चों की डायरिया से मौत होती है, जिनमें 40 फीसदी बच्चों की मृत्यु रोटा वायरस से होती है।

इसी तरह देश में करीब नौ लाख बच्चे रोटा वायरस की चपेट में आने से अस्पताल में भर्ती होते हैं। रोटा वायरस वैक्सीन एक वायल में 10 खुराकें होंगी एवं इनका वायल खोलने के बाद अधिकतम चार घंटे तक उपयोग किया जा सकेगा। इन्हें +2 डिग्री से +8 डिग्री सेंटीग्रेड तापमान पर सतर्कता पूर्वक रखना होगा। कार्यक्रम के सफल आयोजन को लेकर सभी चिकित्सा अधिकारियों व नर्सिंग कार्मिकों को रोटा वायरस के संबंध में प्रशिक्षण दिया जा चुका है। पहले दिन गुुरवार को जिला मुख्यालय पर पुरानी आबादी से रोटा वायरस वैक्सीन की विधिवत शुरुआत की जाएगी।