लॉयन न्यूज, श्रीगंगानगर। जिले में ओडीएफ में हो रहे फर्जीवाड़े की ग्रामीणों ने जिला कलेक्टर को शिकायत कर जांच करवाने की मांग की है। उनका कहना है कि पंचायत समिति रायसिंहनगर की ग्राम पंचायत झोटावाली में बगैर ओडीएफ हुए ही पंचायत को ओडीएफ घोषित करने की तैयारी की जा रही है।

ग्रामीणों के विरोध को देखते हुए जिला परिषद सीईओ विश्राम मीणा ने फर्जीवाड़े को छुपाने के लिए ग्राम सचिव को निलम्बित किया है, लेकिन मामले की जांच अभी भी नही करवाई जा रही है। ग्राम पंचायत झोटावाली के लोगो की माने तो ग्राम सचिव व सरपंच ने पंचायत में जमकर फर्जीवाड़ा किया है. वहीं ओडीएफ में फर्जी तरीके से नाम जोड़े गए है। उधर ग्राम पंचायत संगतपुरा के ग्रामीणों ने कलेक्टर को ज्ञापन देकर शौचालय निर्माण का भुगतान करने की मांग की।

ग्रामीणों की माने तो श्रीगंगानगर पंचायत के सदस्यों ने गांव में आकर लोगों को प्रेरित किया था कि वह अपने घरों में शौचालय बनवाए, इसके लिए उन्हें सरकार भुगतान करेगी। लेकिन कई महीने बीतने के बाद भी उन्हें किसी प्रकार का भुगतान नहीं किया गया। लोगों ने मांग की कि शौचालयों का भुगतान किया जाए और नए शौचालय स्वीकृत किए जाएं। वहीं फर्जी ओडीएफ घोषित करने की तैयारी किए जाने की बात को सीईओ मीणा दबी जुबान में स्वीकार तो कर रहे है, मगर जांच के नाम पर चुप्पी साधे हुए है।