लॉयन न्यूज, संगरिया। प्रजातंत्र में शिकायत तो होगी ही यदि यहां शिकायत नहीं आती तो समझता कि जिले में कानून व्यवस्था सही नहीं है। तकलीफ होने पर ही अपनी व्यथा लेकर फरियादी पहुंचते हैं और उन्हें न्याय दिलाने में मदद करना पुलिस का कर्तव्य है जिस पर वो खरा उतरने का हरसंभव प्रयास करती है।

ये बात अतिरिक्त पुलिस महानिदेशक (कानून व्यवस्था) एनआरके रेड्डी ने पुलिस उप अधीक्षक कार्यालय के वार्षिक निरीक्षण दौरान पहुंचे फरियादियों की समस्याएं सुनकर कही। इससे पूर्व हवलदार किशोरसिंह मान के नेतृत्व में गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया।

भाजपा महिला मोर्चाध्यक्ष गुलाब सिंवर ने पुष्प गुच्छ भेंट कर पुष्प वर्षा करते हुए उनका स्वागत किया। इससे पूर्व रेड्डी ने डीएसपी कार्यालय का वार्षिक निरीक्षण किया। अपराध अभिलेख व डाइजेस्ट रजिस्टर का अवलोकन किया। उन्होंने अधिकारियों के साथ अपराध गोष्ठी ली।

जिसमें तीन सालों के तुलनात्मक नक्शे, निरोधात्मक कार्रवाई, महिला अत्याचार, एससी/एसटी प्रकरण, जैर तफतीश, पेडिंग अभियोग, स्थाई वारंटी, पीओ व भगौड़ा गिरफ्तारी, कोटपा एक्ट, मालखाना, हार्डकोर अपराधी केस, आफिसर मूल पत्रावली, यातायात व परिहवन, दुर्घटना जैसे मुद्दों पर वस्तुस्थिति जानी।

एडीजी बोले यातायात समस्या पूरे राजस्थान में है। लोग अपने कत्र्तव्यों के प्रति सावचेत रहकर पुलिस का सहयोग करें। उन्होंने संगरिया जाग्रति संस्था अध्यक्ष ओम प्रकाश करवा व उपाध्यक्ष अमरनाथ पेंटर की हरियाणा-पंजाब से आने वाले अपराधियों पर अंकुश लगाने के लिए डबवाली रोड सीमा पर पुलिस चौकी बनाने की प्रक्रिया संपूर्ण करने व यातायात कर्मियों की तादाद बढ़ाने की मांग की।

गोष्ठी में एएसपी आरडी स्वामी (कानून व्यवस्था जयपुर), एसपी भुवन भूषण यादव, एएसपी निर्मला बिश्रोई, डीएसपी देवानंद, थाना प्रभारी टिब्बी ईश्वरानंद, सुदर्शन कुमार तलवाड़ा झील व मोहर सिंह पूनियां संगरिया उपस्थित थे।

दादागिरी का आरोप
भगतपुरा के कुछ जनों ने हनुमानगढ़ एएसआई करतारसिंह पर दादागिरी का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि करतार सिंह ने डीएसपी कार्यालय में सबके सामने मारपीट की। विभिन्न प्रकरणों में हस्तक्षेप करता है। उन्होंने एएसआई लाइन हाजिर करने की गुहार लगाई। रेड्डी ने अपेक्षित कार्रवाई का आश्वासन दिया।

नहर के पास एक एमजेडी रोही में चल रहे शराब ठेका हटाने के लिए एडीजी रेड्डी से कॉलोनी की महिलाएं परमजीत, गुरदेवकौर, वीरपाल, तुलछा, कमला, तेजपाल, महावीर,दारासिंह, पालाराम, कुलदीपसिंह आदि ने जब ठेठ पंजाबी भाषा में बात की।