लॉयन न्यूज, 16 वर्षीय छात्रा शाहीना के साथ उसकी सौतेली मां उस पर बेवजह जुल्म ढहा रही है। मां द्वारा छात्रा पर जुल्म जब बर्दाश्त नहीं हुआ छात्रा ने घर छोडऩे का मन बना लिया। यही कारण रहा कि शनिवार उक्त छात्रा स्कूल के बाद घर नहीं लौट कर जबलपुर पहुंच गई थी। रविवार सुबह छात्रा को अकेला स्टेशन पर बैठे देख आरपीएफ की टीम ने उससे पूछताछ की। उसने बताया कि वह सौतेली मां से परेशान थी और पीछा छुड़ाने के लिए घर से भाग आई। इधर, शाहीना के मिलने की सूचना के बाद उसके घर वालों ने भी राहत की सांस ली और पुलिस टीम के साथ जबलपुर रवाना हो गए।

जबलपुर आरपीएफ के पोस्ट इंचार्ज वीरेंद्र सिंह ने बताया कि रविवार को सुबह स्टेशन पर एक छात्रा अकेली गुमसुम बैठी थी। संदेह होने पर छात्रा से पूछा तो उसने अपना नाम शाहीना पुत्री रईस शेख बताया। रोते हुई बोली की वह कक्षा दसवीं की छात्रा है। उसकी सौतेली मां उसे परेशान करती है। डांट-फटकार से परेशान होकर वह जयपुर आकर ट्रेन में बैठकर जबलपुर आ गई। इससे पहले वह सीकर से जयपुर बस से पहुंची। इसके बाद वह जयपुर स्टेशन आई और टे्रन से जबलपुर आ गई। आरपीएफ ने शाहीना से उसके परिजनों के मोबाइल नंबर लेकर उन्हें सूचित कर दिया और छात्रा को यहां की चाइल्ड लाइन टीम के हवाले कर दिया।

महिला थाने के एसएचओ रामप्रताप सिंह ने जानकारी दी है कि शाहीना को लाने के लिए पुलिस टीम के साथ उसके परिजनों को भी रवाना किया गया है। जिसमें उसके पिता, चाचा, भाई शामिल हैं। उल्लेखनीय है कि शाहीना शनिवार को 10वीं की परीक्षा की तैयारी के लिए आमली रोड स्थित स्कूल में गई हुई थी। दोपहर में स्कूल की छुट्टी होने के बाद भी वह घर नहीं पहुंची।

पुलिस हवा में मारती रही हाथ-पांव
शाहीना के परिजनों द्वारा उसके गायब हो जाने की सूचना के बाद पुलिस कच्ची बस्ती, डेरे व रैन बसेरों में उसकी तलाश करती रही। सीसीटीवी कैमरों के फुटेज देखती रही। कई होटलों में खोजा गया। लेकिन कोई सफलता नहीं मिली।

टेम्पो में ही छोड़ दिया था बस्ता
सीओ सीटी सुरेंद्र शर्मा ने बताया कि दोपहर में एक टेम्पो वाले ने आकर सूचना दी थी। उसने बताया कि शाहीना उसी के टेम्पो में बस डिपो गई थी। लेकिन, उतरने के दौरान उसने अपना स्कूली बैग टेम्पो में ही छोड़ दिया था। टेम्पो में बैठने के बाद ही उसने अपना मुंह बुरके से ढक लिया था। संदेह होने पर उसने पूछने का प्रयास भी किया लेकिन, वह बस में बैठकर रवाना हो गई। टेम्पो वाले की जानकारी के बाद शाहीना के परिजनों को थाने पर बुलाया गया था। उसी दौरान शाहीना की दादी के मोबाइल पर जबलपुर की रेलवे पुलिस का फोन आ गया। उन्होंने जानकारी दी कि शाहीना नाम की छात्रा उनके पास मौजूद है। इस पर परिजनों ने शाहीना से बात करने के लिए कहा। लेकिन, उसने बात करने से मना कर दिया था।